एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में बड़ा घोटाला होने की संभावना नजर आ रही है। क्योंकि देश की कई दिग्गज कंपनियों ने कर्मचारियों के पीएफ का 6.25 करोड़ रुपए जमा नहीं कराया है।
कर्मचारियों के पीएफ का लेखा-जोखा रखने वाले ईपीएफओ की सालाना रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है। सूत्रों के अनुसार, इस रिपोर्ट में कर्मचारियों के पीएफ का पैसा न जमा करने वाली कंपनियों के नाम शामिल किए गए हैं।
EPFO ने 433 कंपनियों की जांच शुरू कर दी है। जिन पर पीएफ मैनेजमेंट में गड़बड़ियों की आशंका है। EPFO ने अपने फील्ड ऑफिसों से इन 433 कंपनियों का तुरंत ऑडिट कर इनकी वित्तीय हालत पता लगाने का निर्देश दे दिया है।
सूत्रों के अनुसार, इस रिपोर्ट में सामने आया है कि ईपीएफओ में 6.25 हजार करोड़ का डिफॉल्ट हुआ है। 1539 सरकारी कंपनियों ने 1360 करोड़ रुपये नहीं जमा किए जबकि प्राइवेट कंपनियों ने 4651 करोड़ रुपये नहीं जमा किए हैं।
कंपनियों को ट्रैक करने वाले EPFO के एक विभाग ने यह पाया कि अपने खुद के प्रविडेंट फंड ट्रस्ट्स चलाने वाली इन 433 कंपनियों ने अपने एम्प्लॉयीज के फरवरी 2018 के पीएफ रिटर्न्स फाइल नहीं किए गये हैं।
हालांकि कंपनियों के ऑडिट के बाद ही हकीकत सामने आएगी, EPFO अधिकारी इन कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। कंपनियों को मिलने वाली छूट पर भी रोक लगाई जा सकती है। अगर कोई कंपनी एक बार यह टैग खो देती है तो उसे हर महीने की 15 तारीख से पहले अपने एम्प्लॉयीज के पीएफ डिडेक्शंस EPFO को बताने होते हैं।