एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
भी नीपंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी को खोजने के लिए भारतीय एजेंसियां जुटी हुई हैं। पासपोर्ट रद्द होने के बाद रव मोदी चकमा देकर कई देशों की यात्रा कर चुका है जो कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। विदेश मंत्रालय बार-बार कह रहा है कि नीरव मोदी का पासपोर्ट रद्द है, लेकिन फिर भी नीरव यात्राएं कर रहे है।
जांच एजेंसियों को पता चला है कि आरोपी नीरव मोदी के पास आधा दर्जन पासपोर्ट हैं। इस मामले में नई FIR दर्ज करने की तैयारी है। भारत की एजेंसियों को पता चला था कि नीरव बेल्जियम में है। वहां उसका पासपोर्ट रद्द किया गया, बावजूद इसके यात्राएं जारी रहीं। इसके बाद उसके पास 6 पासपोर्ट होने का पता चला है जिनमें से 2 कुछ समय के लिए ऐक्टिव थे। सूत्रों का कहना है कि बाकी 4 पासपोर्ट अभी ऐक्टिव नहीं हैं।
एक पासपोर्ट पर नीरव का पूरा नाम है, वहीं दूसरे पर केवल पहला नाम है। इसपर 40 महीनों के लिए यूके का वीजा भी जारी किया गया है। सवाल यह है कि सरकार द्वारा इसी साल पासपोर्ट रद्द किए जाने के बावजूद भी वह एक देश से दूसरे देश के चक्कर कैसे लगा रहा है। बाद में उसका दूसरा पासपोर्ट भी रद्द किया गया था। सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर ये संभव कैसे हो सकता है, आइए समझने की कोशिश करते हैं।
1. अगर किसी व्यक्ति का पासपोर्ट रद्द होता है तो इमिग्रेशन अथॉरिटी के द्वारा सभी देशों में इस बात की जानकारी दी जाती है। ये जानकारी भारतीय उच्चायोग, भारतीय मिशन और अन्य अधिकारी देते हैं।
2. इस मामले में 24 फरवरी को विदेश मंत्रालय ने नीरव मोदी का पासपोर्ट रद्द किया था। लेकिन इंटरपोल की रिपोर्ट कहती है कि नीरव मोदी भी अभी भी पासपोर्ट का इस्तेमाल कर रहा है।
3. 5 जून को इंटरपोल ने भारतीय एजेंसियों को खत लिखा जिसमें दावा किया गया कि 15 मार्च से मई के पहले हफ्ते तक नीरव भारतीय पासपोर्ट पर ट्रैवल कर रहा था। 31 मार्च को नीरव मोदी यूके से पेरिस भी भारतीय पासपोर्ट पर ही गया था।
4. इंटरपोल के पास अभी तक नीरव मोदी के बारे में जो भी जानकारी है वह एक-दूसरे देशों की एजेंसियों के बीच रिश्तों के कारण मिल रही है। लेकिन क्योंकि अभी तक नीरव मोदी का पासपोर्ट एक्टिव है इसलिए किसी के पास उसे गिरफ्तार करने या फिर पूछताछ करने की इजाजत नहीं है।
5. अगर नीरव मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी होता है तो इंटरपोल अपनी साथी देशों को नीरव मोदी की जानकारी देने को कह सकता है। जैसे ही जानकारी मिलती है तो उसे गिरफ्तार/हिरासत/पूछताछ की जा सकती है।
बता दें कि नीरव मोदी पर भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के केसों के चलते सीबीआई और ईडी ने इंटरपोल से उनके खिलाफ अरेस्ट वॉरंट जारी करने की दरख्वास्त की थी। सूत्रों का कहना है कि अगर एक बार नीरव मोदी की स्थिति का पता चल जाता है तो सरकार प्रत्यर्पण के लिए प्रयास कर सकती है। पिछले महीने उनके परिवार के पास 8000 करोड़ की संपत्ति होने का पता चला था। इस आधार पर ईडी मुंबई की अदालत से उन्हें ‘भगोड़ा’ घोषित करने की भी मांग करेगी।
पंजाब नैशनल बैंक की तरफ से 13,000 करोड़ की धोखाधड़ी की शिकायत मिलने के बाद एजेंसियां नीरव मोदी और मेहुल चौकसी समेत अन्य की जांच कर रही हैं। इस मामले में सीबीआई ने दोनों के खिलाफ दो FIR दर्ज की हैं। बताया जा रहा है कि केस दर्ज होने से पहले ही दोनों आरोपियों ने देश छोड़ दिया था।