एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
दहेज लेने की प्रथा पर अंकुश लगाने की लगातार कोशिश की जा रही है, इसलिए झारखंड सरकार ने दहेज प्रथा को खत्म करने के लिए राज्य पुलिस में भर्ती होने वाले नए दरोगाओं को दहेज नहीं लेने का शपथ पत्र जमा करने को आदेश दिया है।
झारखंड पुलिस में बहाल हुए नए-नवेले दरोगा शादी में दहेज नहीं लेंगे। ट्रेनिंग के पहले सभी प्रशिक्षु दरोगा को दहेज नहीं लेने का ऐलान बकायदा घोषणा पत्र देकर करना होगा। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रशिक्षु दरोगा को नियुक्ति पत्र बांटे, झारखंड पुलिस में इस बार 2,645 दरोगा बहाल हुए हैं। इन पुलिस अवर निरीक्षकों में 223 महिलाएं भी शामिल हैं।
सभी नए दरोगा को छह अगस्त तक दहेज नहीं लेन देने संबंधी घोषणा पत्र के साथ संबंधित प्रशिक्षण केंद्रों में योगदान देने का आदेश दिया गया है। झारखंड पुलिस को पहली बार सबसे युवा दरोगा अफसरों का बैच मिला है, 2012 तक अधिकतम 40 वर्ष के अभ्यर्थी बतौर दरोगा बहाल होते थे, लेकिन उम्र सीमा घटा दी गई और इसे 30 साल कर दिया गया है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने नव नियुक्त सब इंस्पेक्टरों से कहा कि आप दरोगा बने हैं लोगों की सेवा करने के लिए, रौब दिखाने के लिए नहीं है, इससे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति भी बेहतर रहेगी।