संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ का विरोध जैसे थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इस फिल्म पर विरोध करने वाले रोज़ जानमाल का नुकसान करने पर तुले हैं। अहमदाबाद में कुछ विरोधियों ने एक मॉल को निशाना बनाया और इसके बाहर खड़ी करीब 40 गाड़ियों को आग में स्वाहा कर दिया। हिमालय मॉल के बिग सिनेमा में हुई इस तोड़फोड़ को रोकने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग तक करनी पड़ी। इस मामले में कुल 200 लोगों को गिरफ्त में लिया गया है। इन विरोधियों ने जयपुर हाईवे तक जाम कर रखा है।
25 जनवरी को ‘पद्मावत’ फिल्म रिलीज होने जा रही है, ऐसे में सुरक्षा के मद्देनज़र गुड़गांव में रविवार तक धारा 144 लागू की गई है। करणी सेना ने फिल्म की स्क्रीनिंग कर रहे सिनेमाघरों को निशाना बनाने की धमकी दी है। वहीं गुड़गांव में 40 से ज्यादा सिनेमाघर और मल्टीप्लेक्स हैं। इतना ही नहीं, प्रदर्शन कारियों ने वजीरपुर-पटौदी रोड के बीच में टायर जलाकर फिल्म के विरोध में अपना रोष व्यक्त किया। हालांकि हरियाणा सरकार ने कहा है कि वह फिल्म के प्रदर्शन को लेकर अपनी ओर से सुरक्षा प्रदान करेंगे। जिसे देखते हुए गुड़गांव में डिप्टी कमिश्नर विनय प्रताप सिंह ने बताया कि कानून व्यवस्था में गड़बड़ी की आशंका के मद्देनजर हमने धारा 144 लगाई है।
वहीं विरोध की आंच उत्तर प्रदेश के कानपुर में भी पहुंच गई है। काकादेव के सर्वोदय नगर इलाके में स्थित एक मॉल मल्टीप्लेक्स में करणी सेना के करीब एक दर्जन सदस्यों ने ‘पद्मावत’ फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन किया। काकादेव के थानाध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने बताया कि करणी सेना के सदस्यों ने न सिर्फ फिल्म के पोस्टर फाड़े बल्कि, मल्टीप्लेक्स के कर्मचारियों के साथ अभद्रता भी की और संजय लीला भंसाली के खिलाफ नारे भी लगाए। वहीं मथुरा के भूटेश्वर रेलवे स्टेशन पर फिल्म पद्मावत के विरोध में करणी सेना नें रेल रोको आन्दोलन भी किया। लखनऊ के वेव सिनेमा घर के बाहर सुरक्षा के मद्देनज़र सुरक्षा व्यवस्था टाइट कर दी गई है।
मध्यप्रदेश का राजपूत समाज भी ‘पद्मावत’ फिल्म के विरोध में पीछे नहीं था। जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर राजपूत समाज नें विरोध प्रदर्शन किया, जिस पर मध्यप्रदेश राजपूत समाज के महासचिव दीपक चौहान ने बताया कि जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए हमने पद्मावत की भोपाल में रिलीज रोकने के लिए जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा है। इस प्रदर्शन के दौरान फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली का पुतला और फिल्म के पोस्टर को भी जलाया गया।
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने भी अपने राज्य में ‘पद्मावत’ नहीं दिखाने का फैसला किया है। इस फैसले में सिनेमाघर मालिकों को भी शामिल किया गया है।