अनुज हनुमत । Navpravah.com
यूपी पोलिस का कद पिछले 6 महीने में काफी बढ़ गया है। कारण है मजबूत कानून व्यवस्था और अपराधियों के पस्त हौसले। आने वाले समय में कानून व्यवस्था को और दुरुस्त करने के खातिर यूपी एटीएस ने एक माह में 42 फाइटर तैयार किये हैं, जो किसी भी परिस्थिति में कार्य करेंगे। यह फाइटर किसी भी कड़ी से कड़ी समस्या से निपटने में माहिर होंगे।
विगत दिनों लखनऊ में स्वाॅट टीमों की स्पेशल ट्रेनिंग खत्म हो गई है। पिछले महीने की 21 तारीख से 23 सितंबर तक इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। बता दें कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में वाराणसी और आगरा की स्वाॅट टीमों ने इस ट्रेनिंग में भाग लिया था। 34 दिनों के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिलों की स्वाॅट टीमों को बेसिक पुलिस टैक्टिस, स्पेशल टैक्टिस, फायर आर्म्स टैक्टिस और फिजिकल ट्रेनिंग दी गई।
वहीं ट्रेनिंग के दौरान जवानों को खतरनाक ऑपरेशन्स को सफलता पूर्वक अंजाम देने, अपराध और आतंकी गतिविधियों पर कंट्रोल करने की ट्रेनिंग दी गई, ताकि ट्रेंड जवान हाई रिस्क ऑपरेशन्स और आतंकवादी एक्टिविटीज का मुकाबला हाईटेक तरीके से कर सकें।
ट्रेनिंग खत्म होने के बाद एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने कहा कि ट्रेनिंग ले चुकी स्वाट टीमों का नेतृत्व जिलों के ट्रेंड डिप्टी एसपी करेंगे, जो एटीएस से संपर्क बनाकर हाई रिस्क ऑपरेशन, अपराधों और आतंकवादी गतिविधियों से निपटने के कार्यों में सहयोग करेंगे ।
ट्रेनिंग पीरियड के दौरान स्वाट टीमों को रेड के तरीके, रूम में एंट्री, तलाशी के तरीके, अपराधियों की गिरफ्तारी और हथकड़ी लगाने के तरीके सिखाए गए। इस दौरान इन जवानों को एटीएस की स्वॉट टीम ने एटीएस के अमौसी स्थित मुख्यालय पर सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी और सीआईएसएफ के विशेषज्ञों से ट्रेनिंग कराई गई ।
फिलहाल मौजूदा समय में अपराधियों के हौसले पस्त करने वाली यूपी पुलिस अब धीरे धीरे खुद को मजबूत, तेज और एडवांस तकनीकी से युक्त बना रही है।