राजेश सोनी | Navpravah.com
भारतीय थल सेना प्रमुख ने चीन द्वारा की जा रही घुसपैठ को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि चीन के दखल को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चीन की चुनौती बढ़ रही है। यह सिर्फ सीमा तक नहीं है, बल्कि साइबर और अन्य चुनौती भी है। सेना ऐसी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि डोकलाम एवं तूतिग जैसी घटनाएं सामने आई, तो सेना तुरंत जवाब देगी।
जनरल बिपिन रावत ने माना कि पाकिस्तान हम पर दवाब बनाने की कोशिश कर रहा है। रावत ने कहा कि सेना की कार्रवाई से पाकिस्तान कराह रहा है। वह खुद सीज फायर का उल्लघन कर्ता है, लेकिन हमारी कार्रवाई के बाद चाहता है कि 2002 जैसी सीज फायर की स्थिति बहाल की जाए। हमने कहा है कि पहले आतंकी घुसपैठ कराना बंद करो।
आगे रावत ने कहा कि शहीदों के बच्चों के लिए सेना संस्कृति स्कूल की तर्ज पर दो स्कूल खोलेगी। एक पठानकोट तथा दूसरा भोपाल या सिकंदराबाद में खोला जाएगा। इसे सरकार ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि शहीदों के बच्चों के लिए स्कूल फीस में दस हजार रुपये की अधिकतम सीमा निर्धारित करने के फैसले पर पुनर्विचार किया जाएगा। रावत के अनुसार कश्मीर के स्कूलों में सही शिक्षा नहीं दी जा रही। भारत का नक्शा अलग और कश्मीर का अलग दिखाया जा रहा है। साथ ही मदरसों एवं मस्जिदों में भी सही शिक्षा नहीं दी जा रही है। इन पर नियंत्रण की जरूरत है।