सौम्या केसरवानी | Navpravah.Com
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आजादी-आजादी के नारे लगने का वीडियो वायरल हुआ है, जिसके बाद एएमयू प्रशासन ने 9 कश्मीरी छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
एएमयू प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए दो छात्रों को सस्पेंड भी कर दिया है, जानकारी के अनुसार, ये दोनों वही छात्र हैं, जिनके खिलाफ पुलिस ने नामजद केस दर्ज किया है।
एएमयू प्रशासन ने सात लड़कों को 48 घंटे के अंदर जवाब मांगा है, सस्पेंड किए दोनों छात्र पीएचडी के छात्र हैं, इनका नाम वसीम अयूब मालिक और अब्दुल हसीब मीर है, वहीं, पुलिस बाकी आरोपियों की पहचान के लिए मोबाइल वीडियो और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया था, मारे गए आतंकियों में से एक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के स्कॉलर से हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी बना मन्नान बशीर वानी भी है।
11 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर दोपहर साढ़े तीन बजे कैनेडी हॉल परिसर में नमाज-ए-जनाजा के आयोजन की सूचना दी गई थी, निर्धारित समय पर कश्मीर के करीब 150 छात्र जमा हो गए, सीनियर छात्रों ने इसका विरोध किया, बस इसी दौरान कश्मीरी छात्रों की उनसे नोकझोंक भी हुई और विवाद शुरू हो गया।
मनान वानी AMU का छात्र था, AMU से मिली जानकारी के मुताबिक, वह भूगर्भ विज्ञान में PhD की पढ़ाई कर रहा था, एएमयू ने बताया कि, अटेंडेंस रजिस्टर के मुताबिक, वह आखिरी बार २ जनवरी को यूनिवर्सिटी पहुंचा था।
वहीं 6 जनवरी 2018 को उसे दिल्ली से कश्मीर जाना था, इसी दौरान उसकी एके-47 के साथ तस्वीर सोशल मीडिया पर आ गई थी, यह खबर मिलते ही AMU प्रशासन ने उसे यूनिवर्सिटी से निष्काषित कर दिया था।