सौम्या केसरवानी,
कश्मीर घाटी में भड़की हिंसा के 51 दिनों के बाद पुलवामा और श्रीनगर के कुछ हिस्सों को छोड़कर बाकी इलाकों से कर्फ्यू हटा लिया गया है। हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में हिंसा की घटनाएं शुरू हुई थी, जिसपर नियंत्रण रखने के लिए राज्य में कर्फ्यू लगाया गया था।
राज्य में किसी भी तरह की दुर्घटना को रोकने के लिए प्रशासन ने धारा-144 के तहत 10 या इससे अधिक लोगों के गैर-कानूनी तरीके से इकट्ठा होने पर पाबंदी जारी रखने का फैसला किया है। गौरतलब है कि राज्य में हिंसक प्रदर्शनों में अब तक 70 लोगों की मौत हो चुकी है, हजारों लोग घायल हैं।
अलगाववादियों ने अपने साप्ताहिक विरोध कार्यक्रम में इन समितियों से संघर्ष के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों तथा घायलों से मुलाकात करने, उनके लिए आवश्यक व्यवस्था एवं सहयोग करने को भी कहा है।
इस मामले में पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा था कि कश्मीर में अगर एक भी व्यक्ति की जान जाती है, चाहे वह कोई युवा हो या सुरक्षाकर्मी, वह हमारा, हमारे देश का नुकसान है।