सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कल एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सैनिटरी पैड पर 12 फीसदी वस्तु एवं सेवा कर स्वीकार्य है। मेनका ने कहा कि यहां यह 18 फीसदी से कम हो गया है, इस समय बाजार पर बहुराष्ट्रीय कंपनियों का राज है, इसलिए बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर भी 12 फीसदी जीएसटी लगेगा, नहीं तो पूरा बाजार खत्म हो जाएगा।
इससे पहले मेनका गांधी ने वित्तमंत्री अरुण जेटली को पत्र लिखकर पर्यावरण के लिए अनुकूल और स्वयं नष्ट होने वाले सैनिटरी पैड को 100 फीसदी करमुक्त करने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा कि मंत्रालय पहली बार सैनिटरी पैड को अन्य माध्यमों से उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहा है और स्वयं-सहायता समूहों को सैनिटरी पैड बनाने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।
उन्होंने आगे कहा, “बहुराष्ट्रीय कंपनियों को यहां लाने की अपेक्षा अगर हम ऋण तंत्र की नीति पर निर्णय लेते हैं, तो हमारे पास कई स्वयं सहायता समूह हैं, जो पैड बनाकर स्थानीय स्तर पर फैला सकते हैं।”