इंद्रकुमार विश्वकर्मा,
तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज पटना में नोटबंदी के खिलाफ धरना देने वाली हैं। ममता बनर्जी नोटबंदी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने की पूरी कोशिश में जुटी हैं। हालांकि पटना में उनके प्रदर्शन में कांग्रेस या आरजेडी के शामिल होने की उम्मीद कम ही है। इस बात का अंदाजा शायद ममता को भी था, इसलिए ममता बनर्जी पटना पहुंचते ही लालू के दर पर सहयोग मांगने पहुंच गई।
ममता की सियासी मोर्चेबंदी का यह नया अध्याय है। एक दिन पहले लखनऊ में दम दिखाने के बाद ममता आज पटना में धरना देंगी। नितीश अब जब नोटबंदी के समर्थन में उतर आए हैं, तो ममता की नजर लालू पर टिक गई है। नोटबंदी पर पब्लिक के दर्द को आवाज देने के लिए ममता पटना पहुंचते ही लालू का साथ मांगने सीधा लालू के घर पहुंच गई।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी नोटबंदी के खिलाफ शहर-शहर पहुंच कर विपक्ष को एकजुट करने में लगी हैं। ममता लखनऊ गईं, तो अखिलेश ने दगा दे दिया और लालू के दर पहुंची तो भी दीदी को आशानुकूल जवाब नहीं मिला। पर ममता ने कह दिया है कि मोदी सरकार के खिलाफ उनकी यह लड़ाई नहीं थमेगी।
बंगाल के अलावा ममता नोटबंदी के खिलाफ दिल्ली और लखनऊ में मोर्चेबंदी की कोशिश कर चुकी हैं। अब नजर बिहार पर है। ममता अब बंगाली छोड़कर हिंदी में बात कर रही हैं और उनके निशाने पर मोदी सरकार के अलावा कोई नहीं है। तमाम विपक्षी दलों से मिलकर सियासी मोर्चेबंदी का उनका अंदाज कहता है कि उनकी नजर नोटबंदी के बहाने शायद 2019 के चुनाव पर टिकी है, जहाँ वे खुद को तीसरे मोर्चे का चेहरा बनाना चाहती हैं।