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हरियाणा में आरक्षण की मांग रहे कर रहे जाट आंदोलन में हिंसा बढ़ती ही जा रही है. मरने वालों की संख्या बढ़कर 4 हो गई है और प्रदेश के कुल 8 ज़िलों को सेना को सौंप दिया गया है. रोहतक और भिवानी में कर्फ्यू लगा दी गई है. आंदोलनकारियों ने जींद में एक रेलवे स्टेशन को आग के हवाले कर दिया. इस आंदोलन से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
जाटों ने आंदोलन में बुनियादी सुविधाओं को नुकसान पहुंचाने की कोशश की है. मुनक नहर का पानी रोके जाने की वजह से दिल्ली की सप्लाई काफी प्रभावित हुई है. हालाँकि प्रशासन ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दे दिया है, जिससे मामले को नियंत्रित किया जा सके. आंदोलनकारियों ने रोहतक में हरियाणा सरकार के एक मंत्री के स्कूल और एक मॉल में आग लगा दी. झज्जर में एसडीएम ऑफिस में तोड़फोड़ की गई.
जाटों के इस आरक्षण की वजह से सरकारी ख़ज़ाने भी प्रभावित हो रहे हैं. रेलवे से प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ हरियाणा के रुट की ट्रेनों को रद्द करने की वजह से रोज़ाना लगभग 200 करोड़ रूपए का नुकसान हो रहा है. यही नहीं , सड़क मार्ग भी प्रभावित हुई हैं, जिससे आम आदमी काफी परेशान नज़र आ रहे हैं.
हरियाणा में हो रहे बवाल का हल निकालने के लिए केन्द्रिय मंत्रियों की एक बैठक भी हुई, जिसमें उन्होंने इस समस्या को समाप्त करने को लेकर भी चर्चा की. और सभी ने अपील भी किया की सूबे में शांति बनाए रखें, जिससे इस समस्या का उचित हल निकाला जा सके.
हालाँकि सेना ने रोहतक, जींद, झज्जर, भिवानी, हिसार, कैथल, सोनीपत और पानीपत में मोर्चा संभाल लिया है.