एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
अफ्रिकी देशों में चमगादड़ से फेलने वाले इबोला वायरस ने कई लोगों की जान ले ली हैं। अब भारत के केरल में चमगादड़ और सुअर से फेलने वाले निपाह वायरस ने बड़ी समस्या खड़ी कर दी हैं।
केरल के कोझिकोडे जिले में निपाह वायरस के संक्रमण से मरने वालों की संख्या 12 हो गई हैं। पुणे के नेशनल वर्गोलॉजी इंस्टीट्यूट ने स्पष्ट किया हैं। कि केरल के कोझिकोडे में संदिग्ध बीमारी से पीड़ित लोग निपाह वायरस से संक्रमित हैं।
ऐसा पहली बार देखने को मिला हैं, जब इस बीमारी से मरने वालों की संख्या इतनी ज्यादा है, रिसर्च वैज्ञानिकों ने बताया हैं, कि यह वायरस खासकर जमगादड़, सुअर और अन्य जानवरों के माध्यम से फैलता हैं।
निपाह वायरस (NiV) से होने वाला संक्रमण एक ऐसा संक्रमण हैं। जो जानवरों से इंसानों में फैलता हैं, यह वायरस जानवरों और इंसानों में गंभीर किस्म की बीमारी पैदा करता हैं।
निपाह वायरस पहली बार 1998 में मलेशिया के कैम्पुंग सुंगाई निपाह में सामने आया था। यहां सुअरों के जरिए इंसनों में वायरस फैला था। चूंकि निपाह नाम जगह में इसकी पहचान हुई इसलिए इस वायरस का नाम निपाह वायरस रखा गया।
निपाह वायरस के संक्रमण पर काबू पाने के लिए भारत सरकार ने विशेषज्ञों की एक टीम को केरल भेजा हैं, सरकार ने लोगों से अपील की हैं, कि गिरे हुए फलों का सेवन न करें ये सुअर या चमगादड़ के कारण वायरस से ग्रस्त हो सकते हैं तथा बीमारी फैला सकते हैं।