एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
लिकोरिस, जिसे आमतौर पर भारत में मुलेठी कहा जाता है, एक लोकप्रिय मसाला है जो न केवल एक अच्छा स्वादिष्ट एजेंट के रूप में कार्य करता है बल्कि व्यापक चिकित्सा गुणों के कारण घरेलू उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है।
प्राचीन काल से इसका उपयोग भारतीय आयुर्वेद में और साथ ही चीनी दवा में भी किया गया है, मुलेठी में शक्तिशाली फाइटोकेमिकल्स अर्थात् फ्लैनोनोड्स, चाल्कोन्स, सैपोनिन और एक्सनोएस्ट्रोजेन्स की मौजूदगी इसकी औषधीय संपत्ति का मुख्य कारण है।
यह स्वाभाविक रूप से गले में खराश, छाती की भीड़, हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाने, गुर्दा की समस्याओं, ब्रोन्काइटिस, मुंह के अल्सर, बालों के झड़ने, आदि के इलाज में बहुत अच्छा है, लीकोरिस का स्वाद खाद्य पदार्थ, पेय पदार्थ और तम्बाकू उत्पादों के लिए भी प्रयोग किया जाता है।
मुलेठी के फायदे –
1. स्मृति सुधार: मुलेठी की जड़ें अधिवृक्क ग्रंथि पर सहायक प्रभाव डालती हैं और इस तरह अप्रत्यक्ष रूप से मस्तिष्क को उत्तेजित करने में सहायता करती हैं, यह केवल भूलने की बीमारी के प्रभावों को ही नहीं घटाती बल्कि इसकी एंटीऑक्सीडेंट संपत्ति मस्तिष्क कोशिकाओं पर एक परिरक्षण प्रभाव प्रदान करती है।
2. एक स्वस्थ दिल के लिए: यह पित्त के शरीर के प्रवाह को बढ़ाकर और उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
3. पाचन मे सहायता: मुलेठी की जड़ें पेट और पाचन समस्याओं से निपटने के लिए भी उपयोग की जाती हैं।
4. प्रतिरक्षा में सुधार: मुलेठी की जड़ों का अर्क लिम्फोसाइट्स और मैक्रोफेज के उत्पादन में वृद्धि करने में मदद करता है जिससे आपकी रक्षा तंत्रिका में सुधार हो और माइक्रोबियल हमले को रोका जा सके।
5. हार्मोनल विनियमन: मुलेठी की जड़ों में उपस्थित फाइटोस्ट्रोजेनिक यौगिक महिलाओं के हार्मोनल असंतुलन संबंधी समस्याओं और रजोनिवृत्ति के लक्षण के खिलाफ मूल्यवान कार्रवाई करते हैं।