हेल्थ डेस्क | navpravah.com
कोरोना वायरस की वजह से सरकार ने लॉकडाउन की शुरुआत 24 मार्च से की थी। निजी और सरकारी कंपनियों ने पहले ही कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह दे दी थी, अब आलम यह है कि महीनों से घर में दफ्तरों का काम कर रहे लोगों में आँखों से सम्बंधित शिकायतें सामने आ रही हैं।
एक ऑप्थेल्मोलॉजिस्ट ने बताया कि लोग आंखों की परेशानी से जूझ रहे हैं और वॉट्सऐप मैसेज, फोटो और कॉल कर परामर्श ले रहे हैं। डॉक्टर के अनुसार, मरीज बिना बाहर जाए भी आंखों में रेडनेस का शिकार हो रहे हैं।
आई स्पेशलिस्ट डॉक्टर कहते हैं कि आंखों की परेशानी से जूझ रहे लोगों की संख्या बढ़ी है। डॉक्टर ने बताया कि गर्मियों में ड्रायनेस के मामले ज्यादा सामने आते हैं और ज्यादा स्क्रीनटाइम भी इसका मुख्य कारण है, वहीं स्क्रीनटाइम जितनी ज्यादा होगी, उतनी ज्यादा लोगों में दिक्कत हो रही है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक ये हैं प्रमुख लक्षण –
1- लगातार कंप्यूटर और मोबाइल स्क्रीन पर काम या मूवी-गेम्स के कारण इरिटेशन की समस्या होती है। इस दौरान व्यक्ति को आंखों की मदद से कोई भी काम करने में असुविधा होती है।
2- आंखों में रेडनेस और खुजली भी हो सकती है, हालांकि एलर्जी और इंफेक्शन जैसे कई कारणों से आंखों में रेडनेस की परेशानी हो सकती है।
3- गर्मियों में ड्रायनेस आम परेशानी है, ड्रायनेस ज्यादा बढ़ने पर मेडिकल एक्सपर्ट की सलाह लें।
4- आंखों में से पानी आने के कारण भी एलर्जी, इंफेक्शन, चोट हो सकते हैं, लगातार स्क्रीन पर काम करने के कारण आंखों से पानी आने की परेशानी हो सकती है।
चिकित्सक की सलाह –
1- अंधेरे में काम न करें
2- एसी में काम करने से बचें
3- एंटीग्लेयर का इस्तेमाल
4- काम करते वक्त ब्रेक लें
5- अगर चश्मा लगा है तो उसका उपयोग करें
Input: Saumya Kesarwani