स्टाफ सिलेक्शन कमीशन पेपर लीक मामला देश की सबसे बड़ी अदालत में पहुंच गया है। इस घोटाले की जांच कराने के लिए जनहित याचिका दाखिल की गई है। दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 12 मार्च को सुनवाई करेगी।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज इसकी जानकारी देते हुए कहा, हम विरोध कर रहे छात्रों की मांग को स्वीकार करते हैं। हमने सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं, इसलिए अब छात्रों को विरोध-प्रदर्शन बंद कर देना चाहिए।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इस मामले पर ट्वीट कर कहा कि मैंने आज केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह से इस मसले पर बात की थी और उन्होंने इस मसले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं। वकील मनोहरलाल शर्मा ने अपनी याचिका में अपील की है कि इस लीकेज के पीछे साजिश की जांच एसआईटी या सीबीआई से कराई जाए, साथ ही सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की अपील की है।
शर्मा ने कोर्ट से ये भी कहा है कि सरकार को निर्देश दिए जाएं कि आगे से कभी पेपर लीक न हो इसके लिए फुलप्रूफ सिस्टम बनाया जाये। जिसमें किसी भी तरह से सेंध लगाना नामुमकिन हो।
कोर्ट ने कहा कि ये गम्भीर मामला है लिहाजा इस पर अगले सोमवार को सुनवाई होगी। फिलहाल इसी मुद्दे पर पीड़ित छात्रों का धरना जारी है। इस मामले की गूंज संसद, सड़क और सुप्रीम कोर्ट हर कहीं सुनाई दे रही है। SSC की ओर से सीजीएल 2017 के टियर 2 की परीक्षा का आयोजन करवाया गया था। वहीं छात्रों का आरोप है कि परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र और आंसर की लीक हो गए थे जिसके बाद छात्रों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था।