मुंबई. महाराष्ट्र में वीर सावरकर को लेकर छिड़ी राजनीति कम होने का नाम नहीं ले रही है। जिससे वीर सावरकर को लेकर कांग्रेस और शिवसेना के बीच जारी तकरार बढ़ती जा रही है। मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम ने सोमवार को कहा कि उन्हें नहीं पता कि शिवसेना-कांग्रेस-राकांपा गठबंधन की सरकार कितने दिनों तक चलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस सावरकर के विचारों से सहमत नहीं हैं। इसलिए विरोध करती है।
सोमवार को संजय निरुपम ने कहा, सावरकर के चक्कर में शिवसेना जिस तरह से महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और सरदार वल्लभ भाई पटेल का अपमान कर रही है, वह ठीक नहीं। हर स्वतंत्रता सेनानी की जिंदगी के दो पक्ष थे, जिसे इतिहासकारों ने बताया। कांग्रेस सावरकर के विचारों से सहमत नहीं है, इसलिए विरोध करती है।
दरअसल, दिल्ली के रामलीला मैदान में पिछले दिनों कांग्रेस की एक रैली हुई थी। इसमें पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल ने ‘रेप इन इंडिया’ वाले बयान पर माफी मांगने से इनकार करते हुए कहा था कि मैं राहुल गांधी हूं, राहुल सावरकर नहीं। राहुल के इस बयान पर खूब विवाद हुआ था। राहुल के इस बयान को लेकर शिवसेना ने कांग्रेस के खिलाफ कई बार बयानबाजी की है।