भारत (India) में कोरोना (Corona) का प्रकोप रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया था। इस कारण मार्च से देश के सभी स्कूल (School), कॉलेज (Collage) आदि बंद है। विद्यार्थियों की पढ़ाई का काफी नुकसान भी हुआ। बच्चों का वर्ष बेकार न जाए, इसलिए विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट भी कर दिया गया। लेकिन अब शिक्षा विभाग सहित बच्चों व पालकों का धैय जवाब दे रहा है। केन्द्र सरकार द्वारा अनलॉक (Unlock) शुरू करने के बाद से अब स्कूलों को शुरू करने की आवाज उठने लगी है। मध्य प्रदेश में शिक्षा विभाग (School Education Department) 9वीं से 12वीं तक 3 फ़ीसदी सिलेबस (Syllabus) कम करके स्कूल खोलने की तैयारी कर रहा है। स्कूल के 21 सितंबर के बाद खोले जाएंगे, विभाग ने इसके लिए रणनीति बनाना शुरु कर दी है।
– 3 प्रतिशत पाठ्यक्रम कटौती पर विचार
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की पढ़ाई पर रोक लगाने के बाद अब स्कूल खोलने की तैयारी कर रहा है। लेकिन अभी तक विभाग द्वारा सिलेबस तय नहीं किया गया है, जबकि सीबीएसई ने जुलाई में 3 फ़ीसदी सिलेबस कटौती करने के आदेश जारी कर दिए थे। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि सीबीएससी के अनुसार ही प्रदेश में 3 फ़ीसदी सिलेबस कम किया जाएगा, जिस पर चर्चा चल रही है। जल्द ही इस पर निर्णय ले लिया जाएगा।
– पालकों में चिंता का माहौल
वहीं स्कूल खोलने को लेकर केंद्र की गाइडलाइन के बाद विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। विभाग 21 सितंबर के बाद स्कूल खोलने की तैयारी कर रहा है। प्रदेश में बढ़ रहा कोरोना, पालक चिंतितप्रदेश में दिन-प्रतिदिन कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेजों को खोलने का अभी तक निर्णय नहीं लिया है। जबकि विभाग 21 सितंबर के बाद स्कूल खोलने की तैयारी कर रहा है। सवाल यह है कि स्कूली विद्यार्थियों को विभाग कोरोना से कैसे बचाएगा। इस संबंध में अधिकारी अभी कुछ भी कहने से बच रहे हैं। उधर पलकों में भी बच्चों को स्कूल भेजने के प्रशासन के निर्णय को लेकर अभी से चिंतित नजर आ रहे हैं।