मुंबई, 15 अक्टूबर 2024: राजनीति की पाठशाला द्वारा आयोजित “कलाम को सलाम” कार्यक्रम आज मुंबई के मेयर्स हॉल में सम्पन्न हुआ। इस भव्य आयोजन का उद्देश्य देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के योगदान और उनकी विशिष्ट कृतियों को याद करना था। इस विशेष कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से आए युवाओं और प्रतिष्ठित अतिथियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जो भारतीय संस्कृति में शुभ माना जाता है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि आनंद दुबे (शिवसेना उद्धव ठाकरे), सुखबीर शर्मा, तनवीर गाजी, अशोक जाधव, सुजाता मजूमदार और पंकज आठवले जैसे सम्माननीय व्यक्तित्वों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को गौरवान्वित किया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में सभी प्रमुख अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया और कलाम साहब पर अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं
अतिथियों ने कलाम साहब के जीवन की प्रेरणादायक घटनाओं और उनके विचारों पर आधारित प्रेरणादायक भाषण दिए। पंकज आठवले ने अपने संबोधन में बताया कि कैसे कठिन परिश्रम, आत्मविश्वास और सही मार्गदर्शन से सफलता प्राप्त की जा सकती है। सुखबीर शर्मा ने रतन टाटा का उल्लेख करते हुए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की, जबकि आनंद दुबे ने अपने अनुभवों के माध्यम से कलाम साहब को याद किया।
राजनीति की पाठशाला की पहल
राजनीति की पाठशाला, एक गैर-राजनीतिक संस्था, इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से लोगों को संविधान और विशेष रूप से संविधान के अनुच्छेद 51 (मूल कर्तव्यों) के प्रति जागरूक करने का कार्य करती है। यह संस्था लोगों को उनके कर्तव्यों के प्रति सजग करते हुए समाज में एक जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करती है। राजनीति की पाठशाला परिचर्चाओं, कॉन्क्लेव और जागरूकता अभियानों के माध्यम से लोगों को शिक्षित और सशक्त बनाने में सक्रिय भूमिका निभा रही है।
राजनीति की पाठशाला के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष हरीश भारद्वाज की कुशल नेतृत्व क्षमता और संगठन में उनके बेहतरीन कार्यों को देखते हुए संस्था ने उन्हें संगठन महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी है। इस महत्वपूर्ण घोषणा के दौरान संस्था के फाउंडर अजय पांडेय ने कहा कि भारद्वाज के नेतृत्व में संस्था ने अब तक उल्लेखनीय प्रगति की है और उनके अनुभव व नेतृत्व कौशल से संगठन और भी ऊंचाइयों पर पहुंचेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारद्वाज की नई भूमिका से संगठन की कार्यक्षमता और विस्तार में बड़ा योगदान होगा। भारद्वाज को यह जिम्मेदारी उनके समर्पण और लगातार अच्छे प्रदर्शन के कारण दी गई है, जिससे अन्य सदस्यों में भी नई ऊर्जा का संचार होगा।
संस्थापक डॉ. अजय पांडेय का आभार
कार्यक्रम के अंत में राजनीति की पाठशाला के संस्थापक डॉ. अजय पांडेय ने सभी अतिथियों, युवाओं और आयोजन समिति के सदस्यों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम हमारे पूर्व राष्ट्रपति और ‘मिसाइल मैन’ डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के प्रति हमारी श्रद्धांजलि है। हम गर्व महसूस करते हैं कि इस आयोजन के माध्यम से हम कलाम साहब की अनसुनी कहानियों से प्रेरणा प्राप्त कर सके।”