गोरखपुर। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की देवरिया के सलेमपुर में सभा से पहले आंधी पानी से अफरातफरी मच गई। आंधी-पानी के कारण प्रियंका का मंच ढ़ह गया और सभा के लिए लगाई गईं कुर्सियां तहस-नहस हो गईं। प्रियंका गांधी को कांग्रेस प्रत्याशी डा. राजेश कुमार मिश्र के पक्ष में जनसभा को संबोधित करना था।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि आपने इतना लंबा इंतजार किया। मैंने सुना कि मंच ढह गया, फिर भी आप टिके रहे मेरी बातों को सुनने के लिए। इसके लिए मैं आपकी आभारी हूं।
पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए प्रियंका ने कहा जब मैं वाराणसी पहुंची तो हमें लगा कि यहां बहुत विकास हुआ होगा। मैंने अपने पिता का क्षेत्र अमेठी देखा था। मैं उस समय दस साल की थी। मैंने 5 साल में अमेठी में जो बदलाव देखा उस तरह का विकास आज तक नहीं देखा। उस समय वह प्रधानमंत्री थे देश में भी कांग्रेस की सरकार थी और प्रदेश में मेरी सरकार थी। उस तरह का विकास वाराणसी में नहीं हुआ। प्रधानमंत्री ने 15 किमी सड़क बनाई है जो हवाई अड्डे तक जाती है। मैंने पूछा तो पता चला कि इसके आगे गडढ़े ही गड़ढे हैं। मैंने पूछा कि प्रधानमंत्री क्षेत्र में आते तो हैं लेकिन सिर्फ बड़ी-बड़ी मीटिंग के लिए आते हैं जिससे प्रचार-प्रसार होता है। मीटिंग कर चले जाते हैं। आज तक एक भी गरीब व किसान परिवार में नहीं गए।
किसानों को भूल गए पीएम
प्रियंका ने कहा कि पीएम मोदी ने वाराणसी में एक बार भी लोगों से हालचाल नहीं पूछा। हम अमेठी गांव में जाते हैं वहां पता चलता है कि हमारे पिताजी उस गांव में जा चुके हैं। हमारी बात में गहराई है। प्रधानमंत्री समझते हैं कि उनकी मजबूती उनकी सत्ता है। वह भूल गए हैं कि यह सत्ता देने वाला कौन था। पांच साल में जिस प्रधानमंत्री को जनता से मिलने से फुर्सत नहीं है, वह जनता का क्या भला करेगा। आपने उनको चीन में देखा होगा, जापान में देखा होगा, पाकिस्तान में बिरयानी खाते देखा होगा। कभी भी आपने यह नहीं देखा होगा कि प्रधानमंत्री ने किसी गरीब के घर गए होंगे जो मुसीबत है। वह सत्ता के मोह व माया मे हैं। जनता से उनका संबंध टूट चुका है। यदि आपने 56 इंच का सीना ताना है तो किसानों की यह स्थिति क्यों है। आज किसान पीड़ित है। किसान कहता है कि वह दिन-रात खेतों में जाते हैं, लेकिन हमारी कोई सुनने वाला नहीं है।