पुणे. एक महिला ने 388 रुपये की नेल-पॉलिश ऑनलाइन मंगाई, उसकी जगह महिला को 92,446 रुपये की चपत लगा दी। यह वाकया पिछले साल दिसंबर महीने का है। महिला ने कल वाकड़ पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई थी। महिला ने डिलिवरी में हो रही देरी को लेकर कस्टमर केयर को फोन किया था जब उनके साथ इतना बड़ा साइबर फ्रॉड हो गया
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ’17 दिसंबर को महिला ने एक ई-कॉमर्स साइट की ऐप से नेल पॉलिश ऑर्डर की थी। उन्होंने इसके लिए प्राइवेट बैंक से 388 रुपये का पेमेंट भी कर दिया।’ अधिकारी ने बताया कि जब तय तारीख को महिला का पार्सल डिलिवर नहीं हुआ तो उन्होंने देरी की वजह जानने के लिए वेबसाइट के कस्टमर केयर से संपर्क किया। पुलिस ने बताया, ‘उन्हें बताया गया कि कंपनी को उनकी ओर से पेमेंट नहीं मिला था।
हालांकि, उसने पैसे वापस करने का वादा किया और महिला से सेलफोन नंबर मांगा।’ इसके कुछ ही देर बाद उनके दो अकाउंट्स से 90,846 रुपये पांच ट्रांजैक्शन्स में निकाल लिया गया। वहीं, एक पब्लिक सेक्टर बैंक के अकाउंट से भी 1500 रुपये भी निकाल लिए गए। उन्होंने बताया कि ये पैसे उनके बैंक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर किए गए। महिला ने दावा किया उन्होंने अपनी कोई बैंक डीटेल्स शेयर नहीं की थीं। पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ भारतीय आचार संहिता और आईटी ऐक्ट की उचित धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच में लिया है।