दुनिया के कई देशों में हर साल वाइन महोत्सव बड़े पैमाने में मनाया जाता है। इस आयोजन के दौरान बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। ठीक उसी तर्ज पर नासिक में वाइन महोत्सव शुरू किया गया है। ये महोत्सव 9 फरवरी से 11 मार्च तक चलेगा। इस उत्सव को दुनिया के नक़्शे पर दर्ज कराने की कवायद राज्य के पर्यटन मंत्री जयकुमार रावल कर रहे हैं।
इस बार 17 स्थानों पर महोत्सव का आयोजन किया गया है। आयोजन स्थल को विशेष तौर से सजाया गया है। वहां पर तरह-तरह के वाइन रखे गए हैं, जिनका टेस्ट पर्यटक ले सकते हैं। नासिक जिले में तीन किस्म के अंगूर की खेती की जाती है, जिसमें थॉमसन फेमस है। इस अंगूर की गुणवत्ता यह है कि आम अंगूर की अपेक्षा इसकी साइज बड़ी है और पैदावार भी ज्यादा है। देशभर में महाराष्ट्र का नासिक जिला वाइन बनाने के मामले में नंबर वन है। देश में वाइन बनाने वाले कुल 110 स्थान हैं, जिसमें 48 नासिक जिले में ही है। यहाँ के वाइन की दुनिया भर में मांग है। देश में वाइन उद्योग 25 प्रतिशत की दर से विकास कर रहा है। यहां की बनाई जाने वाली कुल वाइन में से करीब 10 प्रतिशत निर्यात किया जाता है, जिमसें जापान, खाड़ी देश और यूरोप के कई देश शामिल हैं।