सौम्या केसरवानी | navpravah.com
देश में कोरोना का कोहराम जारी है। अब तक 3,54,065 मरीजों की संख्या पहुंच चुकी है और 11,903 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है, वहीं इतने दावों और प्रयोगों के बीच कोरोना वायरस की एक अचूक दवा की बात भी सामने आ गई है।
इस दवा ने गंभीर रूप से बीमार कोरोना मरीजों को ठीक करने में सफलता हासिल की है। खबर ये है कि, एक देश ऐसा भी है जो कई महीनों से इस दवा की जमाखोरी भी कर रहा है।
कोरोना की इस अचूक दवा का नाम है डेक्सामिथेसोन, इस महामारी के बीच डेक्समेथसोन दवा लोगों के बीच उम्मीद की किरण लेकर आई है, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने कहा है कि यह दवा बेहद सस्ती और सामान्य रूप से बाजारों में मिल जाती है।
द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के हवाले से लिखा गया है कि, ब्रिटेन के डॉक्टर इस दवा का उपयोग महामारी की शुरुआत से ही कर रहे हैं। डेक्समेथसोन एक स्टेरॉयड है, इसकी वजह से ब्रिटिश डॉक्टरों ने महामारी के दौरान 5 हजार लोगों को मरने से बचाया है।
इस दवा की वजह से मरीज के शरीर की सूजन कम होती है, यह उस शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कोरोना से लड़ने के लिए शरीर में हो रही लड़ाई को नियंत्रित करती है, इस दवा की वजह से ब्रिटेन में वेंटिलेटर्स पर मौजूद एक तिहाई मरीजों को बचाया जा सका है ।
ब्रिटेन के डॉ. अतुल गवांडे ने कहा कि डेक्समेथसोन की वजह से वेंटिलेटर्स पर मौजूद कोविड-19 के एक तिहाई मरीजों को मरने से बचाया गया है। पूरी दुनिया में अब तक कोरोना वायरस की कोई वैक्सीन नहीं है और जो दवा सबसे ज्यादा कारगर है, उसका नाम है रेमडेसिविर (Remdesivir), इसकी वजह से मरीजों की रिकवरी बेहतर हो रही है।
(बिना चिकित्सकीय सलाह के किसी भी प्रकार की दवा का सेवन न करें, यह घातक सिद्ध हो सकता है।)