मुंबई से लखनऊ ले जाए जा रहे गैंगेस्टर फिरोज खान की गुना जिले में एक सड़क हादसे में मौत हो गई, जबकि उसे ले जा रहे तीन पुलिस कर्मचारी घायल हो गए. फिरोज की मौत को संदेहास्पद मान कर इस हादसे की जांच की मांग की जा रही है.
जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के गुना जिले के चौड़ा थाने के तहत जोगीपुरा टोल नाके के पास सड़क पर गाय आ गई, जिसे बचाने के चक्कर में मुंबई से लखनऊ गैंगस्टर को लेकर जा रहा यूपी पुलिस का वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया. इसमें आरोपी फिरोज खान की मौत हो गई और तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए.
घटना रविवार सुबह करीब 6 बजे जोगीपुरा टोल नाके के पास की बताई जा रही है. देहात थाना प्रभारी आदित्य सोनी ने बताया कि यूपी के लखनऊ शहर के ठाकुरगंज थाने की पुलिस मुंबई से एक अपराध में वर्ष 2014 से फरार गैंगस्टर फिरोज खान (65) को गिरफ्तार कर लखनऊ ले जा रही थी. जोगीपुरा टोल नोक से करीब एक किलोमीटर पहले सड़क किनारे गायों का झुंड बैठा था, जिसमें से एक गाय उठकर अचानक सड़क पर आ गई जिसे बचाने के कारण वाहन अनियंत्रित होकर सड़क की दूसरी ओर जाकर पलट गया.
हादसे में वाहन में सवार आरोपी फिरोज खान गाड़ी से नीचे गिर गया और गंभीर रूप से घायल हो गया. वाहन में सवार लखनऊ ठाकुरगंज थाने के एसआई जेपी पांडे, आरक्षक संजीव कुमार और फिरोज का रिश्तेदार अफलज भी घायल हो गए. घटना की सूचना मिलते ही 100 डायल मौके पर पहुंची, जिसके बाद सभी घायलों को तुरंत सिविल हॉस्पिटल ब्यावरा लेकर आ गया, जहां डॉक्टरों ने आरोपी को मृत घोषित कर दिया. घायल हुए एसआई, आरक्षक व आरोपी के रिश्तेदार को अस्पताल रेफर कर दिया गया है.
गुना एसपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि गुना जिले के जोगीपुरा टोल नाके पर हुई एक दुर्घटना के दौरान उत्तर प्रदेश का गैंगस्टर फिरोज पुत्र मोहर्रम अली गंभीर रूप से घायल हुआ था, जिसकी थोड़ी देर बाद मौत हो गई थी. घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है. उन्होंने यह भी बताया गैंगस्टर का पोस्टमार्टम ब्यावरा में ना करते हुए भोपाल में बीती रात को कराया गया, इसके बाद गैंगस्टर फिरोज के शव को उसके घर भेज दिया गया. दुर्घटना की परिस्थितियों को देखते हुए इसकी न्यायिक जांच के लिए न्यायाधीश को पत्र लिखा गया है, जिसमें न्यायधीश द्वारा जांच कराने का निवेदन किया गया है. मामले में लगातार उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश पुलिस का संपर्क में है. यूपी पुलिस के मुताबिक फिरोज उत्तर प्रदेश सहित महाराष्ट्र में भी कई वारदातों को अंजाम दे चुका था और लगभग 6 वर्षों से पुलिस को उसकी तलाश थी, जिसके बाद वह हाल ही में गिरफ्तार में किया गया था.