बीकानेर में एक भूमि घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले के जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय ने रॉबर्ट वाड्रा से कथित तौर पर जुड़े एक व्यक्ति के फरीदाबाद स्थित परिसरों पर आज छापेमारी की। नागर एमएस स्काइलाइट हॉस्पिटालिटी प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के रॉबर्ट वाड्रा से कथित ताल्लुकात हैं। पिछले साल दिसंबर में एजेंसी ने नागर के करीबी सहयोगी अशोक कुमार और एक अन्य जयप्रकाश भार्गव को गिरफ्तार किया था।
इससे पहले बीते साल 22 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय ने कथित राजस्थान भूमि घोटाले से जुड़े दो ‘मुख्य जालसाजों’ को गिरफ्तार किया था। इस घोटाले में एक आतिथ्य कंपनी भी शामिल है, जिसके निदेशकों में रॉबर्ट वाड्रा का नाम भी शामिल है। ईडी अधिकारियों ने कहा था कि अशोक कुमार, स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी के महेश नागर के सहायक के करीबी हैं। दिल्ली स्थित आतिथ्य कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर बताया है कि वाड्रा 2007 से उसके निदेशकों में से एक रहे हैं।
एजेंसी ने कहा कि कुमार को महेश नागर के लिए इस्तेमाल किया गया था। बयान में दावा किया गया है कि स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने 69.55 हेक्टेयर जमीन को 72 लाख रुपये में खरीदा था और फिर एलेगेंनी फिनलीज नामक कंपनी को 5.15 करोड़ रुपये में बेचकर 4.43 करोड़ रुपये का लाभ कमाया था।