नई दिल्ली। भारत सरकार में गृहमंत्री एवं BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में एक रैली को संबोधित किया। इस दौरान अमित शाह ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला है। अमित शाह ने कहा कि भाजपा ने देशभर में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में जनजागरण अभियान का आयोजन किया है। ये आयोजन इसलिए करना पड़ा रहा है क्योंकि जिस कांग्रेस को वोटबैंक की राजनीति की आदत पड़ गई है, उसने इस कानून पर दुष्प्रचार किया है।
गृहमंत्री ने कहा कि आज कांग्रेस, ममता दीदी, सपा, बसपा, केजरीवाल और कम्युनिस्ट सारे CAA का विरोध कर रहे हैं। मैं इन सारी पार्टियों को चुनौती देता हूं कि कहीं पर भी चर्चा करने के लिए आ जाओ। उन्होंने कहा कि चाहे सारे विपक्षी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ एकजुट हो जाएं, लेकिन भाजपा अपने इस फैसले पर एक इंच भी पीछे नहीं हटेगी।
उन्होंने कहा है कि राहुल बाबा अगर आपने CAA कानून पढ़ा है तो कहीं पर भी चर्चा करने के लिए आ जाओ और अगर नहीं पढ़ा है तो मैं इतालवी में इसका अनुवाद करके भेज देता हूं, उसको पढ़ लीजिये। नागरिकता संशोधन कानून पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से हिंदू, सिख, जैन, पारसी, बौद्ध, ईसाई लोग, जो धर्म के आधार पर प्रताड़ित होकर भारत आए हैं, उन्हें नागरिकता देने का ये कानून है। इस कानून से नागरिकता मिलने वाली है।
वीर सावरकर जैसे इस देश के महान सपूत और बलिदानी का भी कांग्रेस पार्टी विरोध कर रही है। कांग्रेसियों शर्म करो-शर्म करो। वोटबैंक के लालच की भी हद होती है। वोटबैंक के लिए कांग्रेस ने वीर सावरकर जैसे महापुरुष का अपमान किया है।
उन्होंने कहा कि शरणार्थियों पर जो प्रताड़ना हुई है, इससे बड़ा मानवाधिकार का उल्लंघन कभी नहीं हुआ। वहां ये शरणार्थी भाई करोड़पति थे और आज उनके पास रहने की जगह नहीं है। वहां उनके पास कई बीघा जमीन थी और यहां उनके पास खाने को कुछ नहीं है। ये महात्मा गांधी जी का वादा था,क्या वो सांप्रदायिक थे? जवाहरलाल नेहरू ने भी संसद में कहा था कि जो हिन्दू या सिख आये हैं, हम उन्हें नागरिकता देंगे, क्या वो सांप्रदायिक थे? मगर कांग्रेस पार्टी वोट बैंक के डर से हिम्मत नहीं कर पाई।
जोधपुर की रैली में शाह ने कहा कि 56 इंच की छाती वाले नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि ये जो लाखों करोड़ों शरणार्थी आएं हैं, इनके मानवाधिकार और सम्मान की रक्षा मैं करूंगा। जो शरणार्थी अत्याचार झेलकर भारत आए हैं, जिनकी संपत्ति, रोजगार छीन लिया गया। जिसका परिवार छिन गया, और उनके लिए विपक्षी कहते हैं कि इन्हें नागरिकता नहीं दी जाए। मैं कहना चाहता हूं कि उन देशों से जो शरणार्थी आए हैं वो भारत के ही हैं। ये नरेन्द्र मोदी का शासन है, किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। बेशुमार अत्याचार के बाद जो यहां आये हैं, मोदी जी की सरकार आप सभी को नागरिकता देकर भारतीय होने का गौरव प्रदान करने जा रही है।
BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह ने रैली में कहा कि नेहरू-लियाकत समझौते में दोनों देशों के अल्पसंख्यकों के संरक्षण का भरोसा दिया गया था। हमारे वहां तो अल्पसंख्यक भाई-बहनों को सम्मान से रखा गया। लेकिन पाकिस्तान में अल्पसंख्यक 23 प्रतिशत से 3 प्रतिशत पर आ गए। अब नेहरू-लियाकत समझौते पर अमल हम करेंगे
उन्होंने कहा कि ममता दीदी कह रही हैं कि आपकी लाइने लग जाएंगी, आपसे अलग अलग प्रूफ मांगे जाएंगे। मैं शरणार्थी भाइयों को कहना चाहता हूं कि आप प्रताड़ित होकर आये हो, यहां कोई प्रताड़ना नहीं झेलनी पड़ेगी, आपको सम्मान के साथ नागरिकता दी जाएगी। आपको ममता दीदी से डरने की जरूरत नहीं है। मैं ममता दीदी को कहना चाहता हूं कि बंगाली भाषी शरणार्थी हिंदू, दलितों ने आपका क्या बिगाड़ा है, क्यों इनकी नागरिकता का विरोध कर रही हो?
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि मेरा आप सबसे करबद्ध निवेदन है कि राहुल बाबा, ममता दीदी, केजरीवाल की टोली को जवाब देने के लिए देश की जनता अपने मोबाइल से 88662-88662 पर मिस्ड कॉल देकर नरेन्द्र मोदी जी को नागरिकता संशोधन कानून के लिए अपना समर्थन दीजिए। वीर सावरकर जैसे इस देश के महान सपूत और बलिदानी का भी कांग्रेस पार्टी विरोध कर रही है। कांग्रेसियों शर्म करो-शर्म करो। वोटबैंक के लालच की भी हद होती है। वोटबैंक के लिए कांग्रेस ने वीर सावरकर जैसे महापुरुष का अपमान किया है।