आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को राष्ट्रपति ने आयोग्य घोषित कर दिया है। इस मामले में अब कानून मंत्रालय ने अधिसूचना भी जारी कर दी है।आप के 20 विधायक अघोषित होने के बाद विरोधियों ने उनपर निशाना साधा है।
भाजपा ने नैतिकता के आधार पर केजरीवाल से इस्तीफा मांगा है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल भ्रष्टाचार के विरोध कर राजनीति में आए थे। लेकिन, आज उनकी पार्टी के ज्यादातर लोग भ्रष्टाचार के आरोपों में लिप्त है। भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने केजरीवाल पर दिल्ली की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस दिल्ली अध्य्क्ष अजय माकन ने केजरीवाल पर निशान साधते हुए कहा कि केजरीवाल ने सरकार में 7 जगह 28 मंत्री बनाए। इससे केजरीवाल का भ्रष्टाचार पूरी दुनिया के सामने आ गया है। उन्होंने कहा सरकारी सुविधाओं का आप विधायकों ने खूब फायदा उठाया। यह एक भ्रष्टाचार का नमूना था और इस बात के लिए हम चुनाव आयोग के पास गए थे।
आम आदमी पार्टी नेता गोपाल राय ने इस फैसले से संविधान और लोकतंत्र को खतरा बताया है। वहीं उनकी पार्टी इस फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के खिलाफ जायेगी। गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने शुक्रवार को विधायकों को अयोग्य घोषित करने के बारे में बताया था। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया था। आप नेताओं ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा था कि चुनाव आयोग ने पीएम मोदी को खुश करने के लिए यह फैसला लिया है।