सौम्या केसरवानी | navpravah.com
नई दिल्ली | आज सुबह आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक फार्मा कंपनी में गैस लीकेज की वजह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। अभी भी प्रशासन हालात को नियंत्रित करने में लगी हुई है। जानकारी प्राप्त हुई है कि अब तक 8 लोगों की मौत हो गई है और 1000 लोग बीमार हैं।
इस जहरीली गैस के कारण फैक्ट्री के तीन किलोमीटर के इलाके प्रभावित हैं, अभी तक आस-पास के पांच गांव खाली करा लिए गए हैं। सैकड़ों लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं, हालांकि घंटों मेहनत के बाद अब रिसाव पर काबू पा लिया गया है।
मिली सूचना के अनुसार, गैस का रिसाव सुबह करीब 3 बजे से हो रहा था, घटना के बाद करीब 3 किलोमीटर के क्षेत्र में अफरातफरी मच गई थी, हालांकि, अभी तक गैस लीकेज के असली कारण का अभी पता नहीं चल पाया है। इस घटना को लेकर आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने अधिकारियों से पूछताछ की है, उन्होंने जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हर संभव कदम उठाएं। वहीं, घटना को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी से बात की है।
फेफड़े-दिमाग और रीढ़ की हड्डी पर भी बुरा असर-
आंध्र प्रदेश में केमिकल प्लांट से लीक स्टीरीन गैस के संपर्क में आने वालों के फेफड़ों और दिमाग पर बुरा असर करता है। जानकारों के मुताबिक़, इसके अलावा गैस की वजह से रीढ़ की हड्डी पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है।
बता दें कि एलजी पॉलिमर्स इंडस्ट्री की स्थापना 1961 में हिंदुस्तान पॉलिमर्स के नाम से की गई थी। कंपनी पॉलिस्टाइरेने और इसके को-पॉलिमर्स का निर्माण करती है, बाद में कंपनी को दक्षिण कोरिया के एलजी केम (LG Chem) ने लिया था और 1997 में एलजी पॉलिमर इंडिया के रूप में नाम दिया गया था।
इनपुट: रवि ठाकुर