राजेश सोनी | Navpravah.com
भारत सरकार अपने सरहदों की सुरक्षा के लिए काफी गंभीर नजर आ रही है। इसके लिए सरकार ने चीन और पाकिस्तान से लगी हुई सरहदों का आधुनिकरण करने का फैसला लिया है। बुधवार को एक अफसर ने बताया कि भारतीय सरकार इस बार इंडो-पाक और सिनो-इंडो बॉर्डर पर बुनियादी ढांचे के निर्माण पर जोर देने के लिए तैयार है। इसके लिए सरकार 370 करोड़ रुपए बीएसएफ और आईटीबीपी को देने जा रही है, ताकि सरहद पर नए बंकरों का निर्माण किया जा सकें और विशेष जलवायु नियंत्रण हट्स तैयार किया जा सके।
पीटीआई को एक अफसर ने बताया कि होम मिनिस्ट्री द्वारा 370 करोड़ रुपए बीएसएफ और आईटीबीपी स्वीकृत कर दिए गए हैं। इन पैसों का इस्तेमाल सरहदों का आधुनिकरण करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। बता दें कि बीएसएफ करीब 2526.86 किलोमीटर लम्बी भारत पाक सरहद की सुरक्षा करती है और इसमें 237.2 नियंत्रण रेखा भी शामिल है। वहीं बीएसएफ 4096.7 किलोमीटर भारत-बांग्लादेश सरहद की भी सुरक्षा करती है।
बात की जाए आईटीबीपी जवानों की, तो वह करीब 3488 लम्बी भारत-चीन सरहद की सुरक्षा करते हैं। यह सरहद जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश से गुजरती है। आईटीबीपी के जवानों को इस तरह के पहाड़ी माहौल के लिए विशेष ट्रैंनिंग दी जाती है। इन सीमाओं पर पोस्ट करीब 18750 फ़ीट के ऊंचाई पर है और सर्दियों में यहाँ का तापमान करीब (-)40% डिग्री तक गिर जाता है।
2017 में भारत-पाक सरहद पर पाक द्वारा काफी बार सीजफायर उल्लंघन किया गया था। इसी महीने में बीएसएफ के 4 जवान पाकिस्तान द्वारा फायरिंग में शहीद हो चुके हैं।