भूमिजा फाउंडेशन के संस्थापक एवं लघु फ़िल्म निर्माता निर्देशक रवीन्द्र चौहान ने कहा हिन्दी बोलते समय हम स्वयं को अपमानित महसूस करने लगते जबकि अपनी मातृभाषा की अनुभूति अलहदा है।
जल जीव जंगल जीवन के लिय संकल्पित भूमिजा फाउंडेशन ने राजभाषा हिन्दी दिवस के अवसर पर ऑनलाइन संगोष्ठी एवं द्वितीय राष्ट्रीय सजग प्रहरी सम्मान २०२१ का आयोजन किया।
मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित लेखक, निर्देशक ,अभिनेता डाॅ.आलोक सोनी ने संगोष्ठी में कहा हिन्दी विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। हिंदी वर्तमान में भारत के अलावा पाकिस्तान, भूटान, नेपाल, बांग्लोदश, श्रीलंका, मालदीव, म्यांमार, इंडोनेशिया, सिंगापुर, थाईलैंड, चीन, जापान, ब्रिटेन, जर्मनी, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, मॉरिशस, यमन, युगांडा और त्रिनाड एंड टोबैगो, कनाडा , में बोली जाने वाली भाषा है , 188 देशों के कुछ विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई जाती है , हिंदी विश्व में , सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है।”
भूमिजा फाउंडेशन के संस्थापक एवं लघु फ़िल्म निर्माता निर्देशक रवीन्द्र चौहान ने कहा हिन्दी बोलते समय हम स्वयं को अपमानित महसूस करने लगते जबकि अपनी मातृभाषा की अनुभूति अलहदा है। हिन्दीभाषा/मातृ भाषा में उल्लेखनीय करने वाले व्यक्तियों को फाउंडेशन सम्मानित करता है।
वर्ष २०२० से आरम्भ हुए प्रथम सम्मान प्रख्यात फ़िल्म अभिनेता अखिलेन्द्र मिश्र को दिया गया था। वर्ष २०२१ के हिन्दी सजग प्रहरी सम्मान रंगमंच व फ़िल्म अभिनेता हेमन्त पाण्डेय एवं हिन्दी साहित्य मनीषी शिक्षक डॉ .कुश चतुर्वेदी को ऑनलाइन माध्यम से देकर सम्मानित कर रहे है।
अध्यक्षता करते हुए अध्यक्ष ध्रुव पुरवार ने कहा मातृभाषा को समृद्ध करने के लिये हम भविष्य में ,भाषा को समृद्ध करने के उद्देश्य से ,अच्छे समाज के निर्माण व भारतीय संस्कृति को मजबूत करने के लिये अच्छी सामाजिक विषयों पर लघु फिल्मों का निर्माण करते रहेगें।
इस संगोष्ठी व सम्मान कार्यक्रम में निर्देशक अशोक मेहरा, फिल्मलेखक निर्देशक विजय तिवारी ,वृक्षमित्र रंजीत सिंह यादव , नृत्य गुरु शीलेन्द्र प्रताप सिंह ने भी विचार रखे ।
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