सौम्या केसरवानी | Navpravah.Com
अगर आपके पास भी बैंक का मास्टर कार्ड, अमेरिकन एक्सप्रेस, वीजा कार्ड है, तो ये आज से सारे कार्ड चलने बंद हो जाएंगे, ये कंपनियां ATM/डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के लिए भारत में सेवाए मुहैया कराती है।
इनके अलावा फेसबुक, पेपाल, अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट और अन्य विदेशी पेमेंट कंपनियों से भुगतान पर भी असर पड़ेगा, ऐसा इन कंपनियों की ओर से आरबीआई की लोकल डाटा स्टोरेज की नीति को मानने से इनकार करने के कारण होगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वीजा, मास्टर कार्ड जैसी पेमेंट कंपनियों के भारत में लोकल डाटा स्टोरेज के मुद्दे पर हस्तक्षेप करने की बात कही थी, इन कंपनियों का कहना है कि लोकल डाटा स्टोरेज से उनका लागत खर्च काफी बढ़ जाएगी और वह आसानी से इस प्रक्रिया का पालन नहीं कर सकतीं हैं।
आरबीआई के नए दिशा-निर्देश के तहत हर पेमेंट कंपनी को पेमेंट सिस्टम से जुड़े डाटा का लोकल स्टोरेज करना अनिवार्य है, जो 16 अक्टूबर से प्रभावी हो रहा है, भारत में ऐसी 78 पेमेंट कंपनियां काम कर रही हैं, जिनमें 62 ने आरबीआई के दिशा-निर्देश को मान लिया है।
जिन 16 कंपनियों ने नए नियम को नहीं माना है, उनका कहना है कि भारत में डाटा स्टोरेज सिस्टम से न सिर्फ लागत खर्च बढ़ेगा बल्कि डाटा की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े हो जाएंगे।
रिटायर जस्टिस बीएन श्रीकृष्ण की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति की सिफारिश पर सरकार ने निजी डाटा सुरक्षा बिल के मसौदे पर सुझाव मांगे थे, सुझाव देने की अंतिम तारीख पहले 10 सितंबर थी, जिसे बढ़ाकर 30 सितंबर 2018 कर दिया गया था, डाटा सुरक्षा पर समिति ने अपनी रिपोर्ट जुलाई 2018 में केंद्र सरकार को सौंपी थी।