एनपी न्यूज़ नेटवर्क | Navpravah.com
अमेरिका ने आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के सरगना मौलाना फजलुल्लाह को ड्रोन स्ट्राइक कर मार गिराया है। अमेरिकी सेना ने आधिकारिक तौर पर वॉयस ऑफ अमेरिका से इसकी पुष्टि की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हमले में मुल्ला फजलुल्लाह मारा गया है।
आतंकी फजलुल्लाह अमेरिका की मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में था और उस पर करीब 32.5 करोड़ रुपये का ईनाम था। अमेरिका के एक राज्य विभाग ने तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) पाकिस्तान प्रमुख मौलाना फजलुल्लाह की पहचान या उसका पता बताने वाले को 50 लाख डॉलर (32.5 करोड़ रुपये) के ईनाम की घोषणा की थी।
लेफ्टिनेंट कर्नल मार्टिन ओ’डोनेल ने जानकारी देते हुए बताया कि अमेरिकी सेना द्वारा अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बॉर्डर क्षेत्र स्थित कुनार प्रांत में आतंकियों के खात्मे के लिए 13 जून से ही अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत हमले में मुल्ला को निशाना बनाया गया। उनकी तरफ से बताया गया कि तहरीक ए तालिबान, जोकि अल कायदा का करीबी संगठन हैमुल्ला तहरीक-ए-तालिबान का प्रमुख है। वह कई आतंकी साजिशों में शामिल रहा है। उसने ही मलाला युसुफजई पर हमला करवाया था। कथित तौर पर उसने 2010 में न्यूयॉर्क के टाइम्स स्कॉयर में भी हमला करने का प्लान बनाया था, लेकिन वह विफल रहा।
इसी आतंकी समूह ने दिसम्बर 2014 में पेशावर के आर्मी स्कूल में हमला किया था, जिसमें करीब 150 लोगों की मौत हुई थी। इनमें 132 से ज्यादा बच्चे थे, जबकि 9 से अधिक स्कूल के स्टाफ थे। वहीं, घायलों की संख्या 245 से ज्यादा थी। इससे पहले अमेरिका ने अफगानिस्तान में एक ड्रोन हमला किया था, जिसमें कथित तौर पर मुल्ला का बेटा भी मारा गया था।
बता दें कि इससे पहले भी तालिबानी चीफ के मारे जाने की खबरें आती रही हैं, लेकिन वो सभी खबरें झूठी निकलीं। मार्च 2015 में खबर आई थी कि खैबर एजेंसी के तिराह घाटी में हुए हवाई हमलों में मारे जाने वालों में फजलुल्लाह भी शामिल है। लेकिन उसके बाद टीटीपी ने इसे अफवाह बताया था और कहा था कि उनका चीफ अभी जिंदा है। ठीक इसी तरह जून 2009 में भी फजलुल्लाह के मारे जाने की खबर आई थी।