सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
आने वाला समय रोजगार सेक्टर में बहुत उथल-पुथल भरा होने वाला होगा। रिपोर्ट है कि 2030 तक 80 करोड़ नौकरियां संकट में होंगी और ये नौकरियां छीनने वाला कोई और नहीं, रोबोट होगा। अब इंसान को नौकरियों के लिए इंसानों से ही नहीं, बल्कि रोबोट्स से मुकाबला करना होगा। आने वाले वक्त में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, रोबोटिक्स और बायोटेक्नोलोजी के नाम से जिस चौथी औद्योगिक क्रांति की संभावना जताई जा रही है, उस क्रांति के दौर में मशीनों के आगे लोगों की नौकरियां कुर्बान होंगी।
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में एक आदमी नौकरी पाएगा तो तीन पुरुष अपनी नौकरी खोएंगे, जबकि पांच महिलाएं, पुरुष कंप्यूटर, इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर और मैथ्मेटिकल इंडस्ट्री में जाना ज्यादा पसंद करते हैं। इन सेक्टर्स में रोबोट की ज्यादा भूमिका नहीं रहेगी, क्योंकि यहां स्वविवेक का इस्तेमाल होता है, जबकि रोबोट वही काम कर पाता है, जिसका फंक्शन उसमें फीड होता है।
वहीं महिलाएं कला, रख-रखाव(लॉजिस्टिक्स), हेल्थ सेक्टर, आर्ट और ऑफिस में नौकरी को ज्यादा प्राथमिकता देती हैं। जबकि यहां रोबोट की मांग बढ़ रही है, जिससे महिलाओं को नुकसान उठाना पड़ेगा। विशेषज्ञ बताते हैं कि एक तो रोबोट काम तेज करते हैं, दूसरी गड़बड़ियां कम होतीं हैं। खतरे वाले स्थानों पर किसी के घायल होने का भी डर नहीं रहता, ऐसे में कंपनियों में रोबोट्स की मांग बढ़ रही है।
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल 2017 से अक्तूबर के बीच 89 हजार अमेरिकियों की नौकरी चली गई, अगले दस वर्षों में 17 फीसद अमेरिकी नौकरियां ड्रोन और रोबोट निगल जाएंगे। यह संकट सिर्फ अमेरिका नहीं पूरी दुनिया धीरे-धीरे फैल रहा है। बीबीसी की यह रिपोर्ट कहती है कि अमेरिका की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी वॉलमार्ट के देश भर में ढाई लाख से ज्यादा गोदाम हैं। इसमें छोटा से छोटा गोदाम भी 17 फुटबॉल फील्ड के बराबर होता है, ऐसे विशाल वेयरहाउस में रोबोट जिम्मेदारियां निभा रहे हैं।