एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
साल 2018 भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण वर्ष है, क्योंकि इस साल 8 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे है। इसी विधानसभा चुनाव में हार और जीत, दोनों पार्टियों के लिए 2019 के लोकसभा चुनाव की बिसात बिछाएगी। इस वर्ष पीएम मोदी और राहुल गांधी आठ राज्यों के विधानसभा चुनाव में आमने-सामने होंगे।
साल 2017 विपक्षी दलों के लिए कुछ खास नहीं रहा। विपक्ष ने इस साल सिर्फ पंजाब राज्य को छोड़कर हर राज्य में हार का सामना किया है। वहीं कांग्रेस अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। कांग्रेस अब देश के 4 राज्यों तक सीमित हो गई और भाजपा अपने सबसे अच्छे दौर से गुजर रही है। भाजपा और उनके सहियोगियों की इस समय देश के 19 राज्यों में सरकार है।
2018 के आठ राज्यों के विधानसभा चुनाव पीएम मोदी का भविष्य तय करेंगे। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व क्षमता की परीक्षा लेगी। इस साल मेघालय, राजस्थान, मध्यप्रदेश, नागालैंड,छत्तीसगढ़, कर्नाटक, त्रिपुरा और मिजोरम में विधानसभा चुनाव हैं।
इनमें से 5 राज्य पर भाजपा और सहयोगी सत्ता काबिज है और वे सब अपने राज्यों को बचाने की कोशिश करेंगे। वहीं बुरे दौर से गुजर रही कांग्रेस पार्टी अपने 2 राज्यों में सरकार बचाने की पुरजोर कोशिश करेगी। त्रिपुरा में बामपंथियों का गढ़ है और वहां आरएसएस ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है।