अभिजीत मिश्र | Navpravah.com
रीवा। आॅनलाइन खरीददार का जी धक्क रह गया, जब उसने ऐमजॉन इंटरनेट बाजार से मंगाए गए महंगे फोन के डिब्बे में घड़ी डिटर्जेंट साबुन देखा। बताया गया है कि खरीददार रोहित चतुर्वेदी निवासी अमहिया ने 15 मार्च को ऐमजॉन कंपनी से 9400 रूपए की कीमत का सैमसांग गैलेक्सी जे-7 नेक्स्ट आॅर्डर किया था। जिसके बाद 22 मार्च को खरीददार के घर मोबाइल का पार्सल डिलेवरी ब्वॉय के हाथों भेजा गया।
पैसे देने के बाद जब रोहित चतुर्वेदी ने पार्सल को खोला, तो उसकी आंखें चौंधिया गर्इं। क्योंकि डिब्बे में मोबाइल नदारद था। मगर मोबाइल का चार्जर, इयर फोन और घड़ी डिटर्जेंट साबुन रखा हुआ था। ऐसे में तुरंत खरीददार ने डिलेवरी देने वाले लड़के से संपर्क किया। जिसके बाद उसमें यह कहकर फोन काट दिया कि उसका काम सिर्फ पार्सल देना है और यदि पार्सल में कोई गड़बड़ी है, तो कम्पनी वापस कर लेगी। तत्पश्चात पीड़ित ने ऐमजॉन कंपनी से संपर्क किया, जिसके बाद कंपनी ने पांच दिन के अंदर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। मगर हफ्ता गुजर जाने के बाद भी कंपनी से किसी भी प्रकार का पार्सल रोहित चतुर्वेदी के घर नहीं पहुंचा। जिसके बाद 27 मार्च और 2 अप्रैल को फिर से शिकायत की गई। मगर कंपनी ने कोई सार्थक कार्रवाई नहीं की।
कंपनी के वायदों से तंग आकर खरीददार ने सिविल लाइन थाने में इसकी शिकायत भी की, मगर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न करने के बाद अंत में पीड़ित ने मंगलवार को पुलिस महानिरीक्षक जोन रीवा से शिकायत कर जांच की मांग की। साथ ही पीड़ित ने डिलेवरी ब्वॉय को भी गिरफ्तार करने की मांग की है।
कंपनी ने नहीं की कार्रवाई-
आमतौर पर डिलेवरी में गलत सामान पार्सल हो जाने पर कंपनी अपनी पालिसी के तहत सात दिन के भीतर प्रोडक्ट को बदल देती है। मगर रोहित चतुर्वेदी द्वारा आर्डर किए गए मोबाइल में हुई धोखाधड़ी के मामले में ऐमजॉन कंपनी द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। ऐसे में खरीददार परेशान होकर बार-बार कंपनी से संपर्क करता रहा, मगर वहां से प्रोडक्ट बदलने से संबंधी कोई बात नहीं की गई।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं-
मोबाइल के डिब्बे में साबुन निकलने जैसी यह घटना पहली बार नहीं हुई है। इससे पहले भी मोबाइल के डिब्बे में लक्ष्मी यंत्र और नकली प्लास्टिक के मोबाइल मिले हैं। बता दें कि ऐसी बहुत सी फर्जी कम्पनियां हैं, जो ग्राहक को लूटने के चक्कर में नकली सामान डिलेवर करती हैं। ऐसे में खरीददार को सावधानी बरतना चाहिए। पार्सल लेने के बाद उसे डिलेवरी ब्वॉय के सामने खोलना उचित है, क्योंकि वह एक गवाह के रूप में काम आ सकता है। साथ ही पार्सल खोलने के दौरान ग्राहक को वीडियो रिकार्डिंग भी करनी चाहिए, ताकि कंपनी को दिखाया जा सके कि उनके द्वारा भेजा गया सामान वह नहीं है, जो आर्डर किया गया था।