SandeepUpadhyay@Navpravah.com
सरकारी अस्पतालों में इलाज को लेकर मरीजों की शिकायत दूर करने को लेकर चिकित्सकों ने मकर संक्रांति के अवसर पर एक कैम्पेन शुरू किया है. ‘वी केयर पेशेंट’ नामक इस पहल के मद्देनज़र मार्ड (महाराष्ट्र असोसिएशन ऑफ़ रेजिडेंट डॉक्टर्स) के चिकित्सक सदस्य आम जनमानस की समस्याओं का हल ट्विटर के ज़रिए करेंगे. ट्विटर के ज़रिए मरीज़ अपनी बीमारी के साथ ही अस्पताल की ओर से होने वाली असुविधाओं की जानकारी भी दे सकेगा, जिससे तत्काल उसकी आपूर्ति की जा सकेगी.
महाराष्ट्र असोसिएशन ऑफ़ रेजिडेंट डॉक्टर्स के अध्यक्ष डॉक्टर सागर मुगदडा के मुताबिक़ अक्सर ऐसी शिकायत मिलती है कि मरीजों से भर्ती करने और सही सुविधाओं के लिए कुछ कर्मचारी घूस की मांग करते हैं, जिससे अस्पताल ही नहीं चिकित्सकों पर भी सवाल उठाया जाता है, जो असहनीय है. इसलिए इस पहल की शुरुआत की गई है. उन्होंने कहा कि इस कैंपेन के जरिए हम डॉक्टर और मरीज के बीच के रिश्ते सुधारने की पहल कर रहे हैं. महाराष्ट्र के १७ मेडिकल अस्पताल के हर एक विभाग से हमने २५० रेसिडेंट डॉक्टर चयनित किए हैं जो ट्वीटर पर मरीजों की समस्याएं हल करेंगे.
नवप्रवाह.कॉम को डॉक्टर सागर ने बताया कि मरीज की समस्याओं एक तहत कई कई बातें हल करेंगे. जिसमे मरीज की मुख्य समस्याएं, जैसे मरीज को इलाज मिलने में देरी होना, अस्पताल परिसर में कोई काम करने के लिए किसी व्यक्ति द्वारा घूस की मांग करना. साथ ही राजीव गांधी योजना में सुविधा देते समय कर्मचारियों द्वारा पैसे की मांग एवं चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पैसे की मांग करना व अन्य.
डॉक्टर सागर ने कहा यदि यह पहल हम अच्छी तरह चला पाए तो इसे हम आगे भी जारी रखेंगे. फिलहाल यह कैम्पेन 31 जनवरी तक चलेगा.
डॉक्टर सागर ने बताया कि अगले १५ दिन यानि ३१ जनवरी तक चलनेवाले इस पायलट प्रोजेक्ट में मरीजों द्वारा मिलनेवाली समस्याओं को सम्बंधित अस्पताल के लोकल रेसिडेंट डॉक्टर तक पहुचाया जाएगा और वह डॉक्टर तुरंत उस मरीज तक पहुंचकर उसकी समस्या हल करेगा। सागर ने कहा यदि यह पहल हम अच्छी
तरह चला पाए तो इसे हम आगे भी जारी रखेंगे.