शिखा पांडेय
चुनावों के गरमागरम माहौल में तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनावों के तहत आज वोटिंग जारी है। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों जयललिता और ओमन चांडी तथा उनके चिर प्रतिद्वंदी एम. करूणानिधि और वीएस अच्युतानंदन में से कौन-कौन होगा कुर्सी पर विराजमान, इसका फैसला आज ईवीएम मशीन्स में सुरक्षित हो जाएगा।
तमिलनाडु में कुल 234 सीटें हैं, जिनमें दो सीटों, अरुवाकुरुची और तंजावुर में 23 मई को वोट डाले जाएंगें। चेन्नई में अभिनेता रजनीकांत ने सुबह ही चेन्नई के स्टेला मॉरिस कॉलेज में मतदान किया। जहाँ एक ओर जयललिता प्रयासरत हैं कि वे लगातार दूसरी बार जीतें, वहीं दूसरी ओर भ्रष्टाचार और आपसी झगड़ों में अपना नाम डुबो चुकी डीएमके का प्रयास है कि एक बार पुनः अपनी जड़ जमाई जाए।
एआईडीएमके सुप्रीमो और डीएमके प्रमुख के अलावा मुख्यमंत्री पद की दौड़ में अभिनेता से नेता बने डीएमडीके-पीडब्ल्यूएफ-टीएमसी गठजोड़ के विजयकांत और पीएमके के अंबुमणि रामदॉस भी शामिल हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस कांटे की टक्कर में अंततः बाज़ी कौन मारता है।
केरल की 140 विधानसभा सीटों पर भी आज वोटिंग हो रही है। एक ओर कांग्रेस के नेतृत्व वाली UDF की सरकार है, तो दूसरी ओर वाम दलों का गठबंधन LDF विपक्ष में है। हालाँकि एनडीए की यहाँ कोई सीट नहीं है, लेकिन इस बार बीजेपी बड़े ही आक्रमक तरीके से यहाँ चुनावी मैदान में उतरी है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान वहाँ के अनुसूचित जनजातियों की स्थिति को सोमालिया से भी बदतर बताया था। मोदी के इस बयान के कारण राजनीति एकदम गरमा गई और इस मुद्दे पर राज्य का सत्ताधारी UDF और विपक्ष दोनों एक हो गए और दोनों ने इसे केरल का अपमान बताया।
बीजेपी ने अपनी सफाई में कहा कि बाकी मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए प्रधानमंत्री के बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। बीजेपी उम्मीदवार और क्रिकेट खिलाड़ी श्रीसंत ने इस विषय में कहा कि मोदी के बयान की निंदा करने वाले पहले हिंदी सीखें, तब जाकर बयान का सही अर्थ समझ पाएंगे। साल 2011 में हुए विधान सभा चुनाव में सत्तधारी UDF को 72 सीटें मिली थी, जबकि विपक्षी LDF को 62 सीटें। बीजेपी के हाथ एक भी सीट नहीं लगी थी।