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रेल मंत्री सुरेश प्रभु आज अपना दूसरा रेल बजट पेश करेंगे. सूत्रों के अनुसार बजट में बहुत बड़े पैमाने पर यात्री सुविधाओं को बढ़ाने पर जोर होगा परंतु रेल किराया नहीं बढ़ेगा. साथ ही किसी नई ट्रेन का एलान भी नहीं होगा.
रेल बजट पेश होने से पहले रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बजट के विषय में कहा है कि नया रेल बजट देश और रेल के हित में होगा. इस रेल बजट में ई- कैटरिंग सुविधा के तहत ट्रेनों में बड़े ब्रांड्स का खाना देने का एलान भी हो सकता है.
रेलवे के मौजूदा टाइमटेबल में कोई नई ट्रेन नहीं जोड़ी जाएगी. यानी लगातार दूसरे साल किसी नई ट्रेन का ऐलान नहीं किया जाएगा. हालांकि त्योहार और छुट्टियों के मौसम में चलने वाली स्पेशल ट्रेनों की सुविधा जारी रहेगी.सामान्य श्रेणी के यात्रियों की मांग इस बार पूरी हो सकती है क्योंकि अब ट्रेनों में 24 कोच की जगह 26 कोच लगाए जाएंगे. बढ़े हुए कोच सामान्य श्रेणी के होंगे यानी साधारण टिकट से सफर किया जा सकेगा.
खाने की गुणवत्ता सुधारने के लिए रेल मंत्री नई नीति का ऐलान कर सकते हैं जिसके तहत भारतीय रेल की खान पान सेवा यानी आईआरसीटीसी पर ही खाने की गुणवत्ता की जवाबदेही तय कर दी जाएगी. सफर के दौरान आप पैसे देकर अपना मनपसंद खाना ऑनलाइन ऑर्डर कर पाएंगे. इस ई कैटरिंग सुविधा के तहत चायोस, फूडपांडा, केएफसी, डोमिनोज, व्हिम्पीज, हल्दीराम जैसे ब्रांड से करार हो चुका है. फिलहाल 45 स्टेशनों पर ये सुविधा उपलब्ध है जिसे इस रेल बजट में बढ़ाए जाने का ऐलान हो सकता है.
बेहतर सुविधा वाले नए कोच
रेल विभाग ने ऐसे नए कोच तैयार कर लिए हैं जिसमें सीसीटीवी समेत नए तरह की साज सज्जा दिखाई देगी. इन नए कोच में पूरी तरह स्टेनलेस स्टील का टॉयलेट होगा जिससे बेहतर सफाई मिलेगी. टॉयलेट खाली है या नहीं इसके लिए आपको इंडीकेटर भी कोच में ही दिख जाएगा. यही नहीं सीट पर लाईट्स को एलईडी में बदल दिया गया है. दोनों सीटों के बीच की जगह बढ़ा दी गई है और नए तरह की सीढ़ियां तो हैं ही. रेल बजट इन नए कोचों के इस्तेमाल की योजना पेश कर सकता है.
पिछले रेल बजट में रेल मंत्री ने ऊपर की बर्थ पर जाने के लिए सीढ़ियों को डिजाइन करने का वादा किया था. रेलवे ने इसका हल भी ढूंढ निकाला है और प्रयोग के तौर पर इसे मुंबई राजधानी के फर्स्ट एसी कोच में लगाया जा चुका है. इस रेल बजट में इस सुविधा को ज्यादा ट्रेनों में इस्तेमाल करने का ऐलान हो सकता है.
भारतीय रेल के तीन स्टेशनों पर नया बिस्तर चाहिए तो रेलवे आपको वो भी मुहैया करवाएगी. इस रेल बजट में तीन स्टेशनों पर चल रहे पायलट प्रोजेक्ट के विस्तार का ऐलान हो सकता है. मौजूदा व्यवस्था के तहत यात्री को टिकट बुक करते वक्त 110 रुपये में एक कंबल और 140 रुपये में दो चादरें और एक तकिया दिया जाता है और इसे अपने साथ घर ले जा सकते है. अब तक ये सुविधा एयरकंडीशंड कोच में ही थी जिसे स्लीपर कोच में भी मुहैया करवाने का ऐलान हो सकता है.
आमतौर पर लाल या नीले रंग में नजर आने वाली ट्रेनों का रूप-रंग बदलने के बारे में भी ऐलान हो सकता है. कई बदलाव होने के संकेत हैं जिसमें कोच का बाहरी रंग चीते के रंग जैसा दिखेगा. शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में सेमी हाई स्पीड की गति वाले कोच जोड़े जाएंगे और रफ्तार को 200 किलोमीटर प्रति घंटा करने और मेट्रो ट्रेनों जैसे दरवाजों का इस्तेमाल शामिल हैं. रेल मंत्री बजट में ऐसे बदलावों की समय सीमा और पायलट प्रोजेक्ट का ऐलान कर सकते हैं.
रेलमंत्री अपने यात्रियों के मनोरंजन की योजना भी पेश कर सकते हैं. कालका शताब्दी के एक्जिक्यूटिव कोच में प्रयोग पर शुरू की गई इस योजना में यात्रियों को अपने सामने वाली सीट के पिछले हिस्से पर एक एलईडी स्क्रीन मिलती है जिसमें वो फिलहाल 12 फिल्में और 100 वीडियो देख सकते हैं. इस सुविधा में ईयरफोन दिया जाना भी शामिल है. इस सुविधा के विस्तार के ऐलान पर नजरें रहेंगी.
सूत्रों के अनुसार हवाई जहाज़ की ऐरहोस्टेस की तर्ज़ पर भारतीय रेल की ट्रेनों में ट्रेन होस्टेस नजर आ सकती हैं. इस बजट में इस बड़े बदलाव पर भी नजर बनी हुई है.
बड़ी योजनाओं और बिना किराया बढाए कमाई बढ़ाना रेलवे के लिए चुनौती है. ऐसे में रेल मंत्री कमाई के लिए नए तरीके खोज रहे हैं. कुछ ट्रेन कोचों में चाय कॉफी की वेंडिंग मशीन लगाई जाएगी तो कहीं हवाई जहाज की तर्ज पर शॉपिंग की सुविधा भी देगी रेलवे. इससे उसे अतिरिक्त कमाई होगी.
रेलवे के कोच और पूरी ट्रेन पर विज्ञापन के जरिए कमाई की योजना भी अधर में है. रेल मंत्री कोच और पूरी ट्रेन का नाम निजी कंपनियों के नाम पर रखकर कमाई की योजना का खाका और समयसीमा भी पेश कर सकते हैं.