शिखा पाण्डेय । Navpravah.com
भारतीय जनता पार्टी ने आज संसदीय दल की बैठक में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड़्डा ने उपराष्ट्रपति पद के लिए नायडू के नाम का प्रस्ताव रखा था, जिसके बाद नायडू ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। मंगलवार सुबह 11 बजे वेंकैया नायडू पर्चा भरेंगे। बैठक के बाद वे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से मिलेंगे। वे कल सुबह मंत्री पद से देंगे इस्तीफा दे सकते हैं।
वेंकैया नायडू 18 विपक्षी पार्टियों के उपराष्ट्रपति पद के संयुक्त किंतु विवादित उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी से मुकाबला करेंगे। आंकड़ों पर गौर करें तो नायडू को जीतने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। अगर सब कुछ सही रहा तो देश के अगले उपराष्ट्रपति नायडू हो सकते हैं। गौरतलब है कि मौजूदा उपराष्ट्रति हामिद अंसारी का कार्यकाल अगले महीने समाप्त हो रहा है। अंसारी लगातार दो बार देश के उपराष्ट्रपति रहे हैं।
राष्ट्रपति पद के लिए उत्तर प्रदेश के रहने वाले रामनाथ कोविंद के नाम की घोषणा के बाद बीजेपी उपराष्ट्रपति पद के लिए दक्षिण से किसी उम्मीदवार की घोषणा करना चाहती थी। उपराष्ट्रति के पास ही राज्यसभा के संचालन की भी जिम्मेदारी होती है। ऐसे में बीजेपी की रणनीति के लिहाज से भी वेंकैया सर्वोत्तम उम्मीदवार पाए गए। दरअसल बीजेपी इस दांव से दक्षिण में अपना आधार मजबूत करना चाहती है, क्योंकि दक्षिण में कर्नाटक ही एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां बीजेपी मजबूत स्थिति में है।
उल्लेखनीय है कि मौजूदा उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो रहा है। उपराष्ट्रपति चुनाव 2017 के लिए 4 जुलाई 2017 को अधिसूचना जारी की गई थी। नामांकन की आखिरी तारीख 18 जुलाई है। 19 जुलाई को नामंकन पत्रों की समीक्षा की जाएगी। नामांकन वापस लेने की तारीख 21 जुलाई है। 5 अगस्त को सुबह 10 बजे से 5 बजे तक वोटिंग होगी। मतगणना भी 5 अगस्त को ही कराई जाएगी।
उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार वेंकैया नायडू का संक्षिप्त परिचय
1 जुलाई, 1949 को आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में पैदा हुए वेंकैया नायडू ने वहीं से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। बाद में उन्होंने वीआर कॉलेज से राजनीति विज्ञान में बीए किया। उन्होंने विशाखापट्टणम के आंध्र विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री भी हासिल की। 1974 में वे आंध्र विश्वविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष भी चुने गए थे।
68 वर्षीय वेंकैया नायडू फिलहाल केंद्र में आवास और शहरी मामलों के मंत्री हैं। इसके अलावा सूचना और प्रसारण मंत्रालय भी उन्हीं के जिम्मे है। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाते हैं। 2002 से 2004 तक वे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं। छात्र नेता के रूप में अपना राजनीतिक करियर शुरू करने वाले वेंकैया नायडू ने जयप्रकाश आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभाई।
अपने लंबे राजनीतिक सफर के दौरान वाजपेयी सरकार में वेंकैया ग्रामीण विकास मंत्री भी बनाए गए और प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क जैसी लोकप्रिय योजनाओं की कामयाबी का सेहरा भी उनके सिर बंधा।