पारुल पाण्डेय | Navpravah.com
आज साल 2018 का पहला प्रभावशाली चंद्रग्रहण होगा। इस दौरान चंद्रमा तीन रंगों में दिखेगा। 1866 के बाद यह अद्भुत चंद्रग्रहण होगा। इस साल पांच ग्रहण होंगे। इसमें तीन सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण होने वाले हैं। खगोलीय दृष्टि से देखें, तो बुधवार को पड़ने वाला यह चंद्रग्रहण काफी अहम है। चंद्रग्रहण के समय चंद्रमा का रंग लाल, नीला और सफेद होगा। आज रात चांद 30 फीसदी ज़्यादा चमकीला दिखेगा। आज चंद्र ग्रहण के दौरान ऐसी स्थिति आएगी, जब सुपर मून और ब्लू मून साथ दिखाई देगा। इस आकाशीय घटना को सुपर ब्लू ब्लड मून कहा जाता है। यह दुर्लभ संयोग 152 साल बाद बन रहा है। इसका समय शाम 5.58 बजे शुरू होगा, जो रात 8.41 बजे तक चलेगा। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण 77 मिनट तक रहेगा।
जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, तब वह चंद्रमा पर पड़ने वाली सूर्य की किरणों को रोकती है और उसमें अपनी छाया बनाती है। इस घटना को चंद्र ग्रहण कहा जाता है। इसे ब्लड मून भी माना जाता है। विज्ञान के अनुसार, यह एक प्रकार की खगोलीय स्थिति है। जिनमें चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य तीनों एक ही सीधी रेखा में आ जाते हैं। इससे चंद्रमा पृथ्वी की उपछाया से होकर गुजरता है, जिस वजह से उसकी रोशनी फिकी पड़ जाती है ।
ज्योतिषों और पंडितों के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि ग्रहण के वक्त खुले आकाश में ना निकलें, खासकर प्रेग्नेंट महिलाएं, बुजुर्ग, रोगी और बच्चे। ग्रहण से पहले या बाद में ही खाना खाएं। इसके साथ ही किसी भी तरह का शुभ कार्य ना करें और पूजा भी ना करें। इसी वजह से ग्रहण के दौरान मंदिर के द्वार भी बंद कर दिए जाते हैं। ग्रहण के दौरान दान भी करना चाहिए, जैसे आटा, चावल, चीनी और दाल आदि। ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचने के लिए दुर्गा चालीसा या श्रीमदभागवत गीता आदि का पाठ भी करें और जो लोग साढ़े-साती से परेशान हों, तो शनि मंत्र का जाप करें या हनुमान चालीसा पढ़ें।
आचार्य प्रदीप द्विवेदी के अनुसार चंद्र ग्रहण के दौरान आपको क्या ख्याल रखना चाहिए, जानिए विस्तार में
-गर्भवती महिलाओं को चाकू से कुछ काटना नहीं चाहिए, अग्नि नहीं जलाना चाहिए।
-तुलसी की पट्टी साथ में रखना चाहिए, जिससे शिशु पर ग्रहण का असर नहीं पड़ता, गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
-यह चंद्र ग्रहण मेष, सिंह, कन्या और मकर राशिवालों के लिए शुभ होगा।
-लंबा ग्रहण है, जिससे भूकंप आदि की संभावना रहती है।
बता दें कि ग्रहणकाल में अन्न निकालकर रखना चाहिए और फिर इसी अन्न को ग्रहण काल के बाद गरीब को दान करना चाहिए। इस उपाय से आपके जीवन में अशुभ योगों में कमी आती है। इस दौरान खाने पीने के सामग्री में आप गंगा जल डाल सकते हैं, कुष भी डाल सकते हैं, ताकि आप का भोजन शुद्ध रहे।