एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
पीएम मोदी आज एक स्पेशल कार्यक्रम में 18 बच्चों को राष्ट्रीय बहादुरी पुरस्कार से सम्मानित करेंगे। जिन 18 बच्चों को बहादुरी पुरस्कार के लिए चुना गया है, उसमें से तीन बच्चों को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया जा रहा है।ये सभी बच्चे राजपथ पर होने वाली 26 जनवरी की परेड में हिस्सा लेंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इन बच्चों के लिए एक स्वागत कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। इससे पहले सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी इन बच्चों को सम्मानित कर चुके हैं।
इन बच्चाें ने एेसा काम किया हैं, जिसे करने में बड़े-बड़ाें के पसीना छूट जाते है। इन बहादुर बच्चाें ने अपनी जान को खतरे में डाल कर दूसराें की जान बचाई है, इसलिए उनके इस काम के लिए उन्हें सम्मानित किया जायेगा।भारत पुरस्कार विजेता 16 साल नौ माह की नाजिया आगरा के मंटोला की रहने वाली हैं। नाजिया ने अपने घर के पड़ोस में कई दशकों से चल रहे जुए और सट्टे के अवैध व्यवसाय के खिलाफ आवाज उठाई थी। प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत के बाद राहत न मिलने पर परेशान होकर नाजिया ने ट्वीट करके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मदद मांगी थी। ट्वीट पर कार्रवाई हुई और उसे सुरक्षा दी गई। साथ ही बदमाशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू हुई।
गुलदार के मुंह से अपनी मां की जान बचाने के लिए अब टिहरी जिले के पंकज सेमवाल को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार मिलेगा। तालाब में पास की नदी से एक मगरमच्छ घात लगाकर बैठा हुआ था, पांच फुट लंबे मगरमच्छ ने अचानक आसंती का हाथ अपने जबड़े में दबा लिया। ममता ने उस वक्त सूझ-बूझ दिखाते हुए, आसंती का हाथ पकड़े रखा और इतनी जोर से चिल्लाई कि मगरमच्छ की पकड़ ढीली हो गई। पकड़ ढीली होते ही उसने आसंती को बाहर खींच लिया।
संजय चोपड़ा पुरस्कार पंजाब के 17 वर्षीय करणबीर सिंह को प्रदान किया जाएगा, जिसने नाले में गिरी एक स्कूल बस से 15 बच्चों को बचाया था। करणबीर खुद भी इसी बस में था और वह घायल हो चुका था, लेकिन उसने दूसरे बच्चों को पानी से भरी बस से निकलने में मदद की थी। इसी तरह 18 बच्चों को अपनी-अपनी वीरता के लिए पुरस्कार दिया जायेगा। पुरस्कार, गीता चोपड़ा पुरस्कार, संजय चोपड़ा पुरस्कार, बापू गैधानी पुरस्कार, सामान्य राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार, इन पांच श्रेणियों में पुरस्कार दिए जायेगें।