कोमल झा| Navpravah.com
त्यौहार सीजन को देखते हुए भारतीय रेलवे ने टॉप ‘राजधानी और शताब्दी’जैसी प्रीमियर ट्रेनों की कायापलट करने की योजना बना रही हैं. भारतीय रेलवे देश की प्रीमियर ट्रेन राजधानी और शताब्दी एक्सप्रेस को नया लुक देने के काम में जुट गया है. इन ट्रेनों में केटरिंग, स्टाफ, टॉयलेट साफ-सफाई और ऑन बोर्ड एंटरटेनमेंट जैसी सर्विसेस में बदलाव किए जाएंगे. माना जा रहा है कि राजधानी और शताब्दी के मेकओवर को लेकर किए जा रहे ये बदलाव अक्टूबर से देखने को मिलेंगे.
मीडिया सूत्रों के मुताबिक बेहतर सुविधाजनक सफर बनाने के लिए रेल मंत्रालय ने अक्टूबर तक का समय मांगा है यानि की अक्टूबर के बाद आपको राजधानी व शताब्दी ट्रेनों में बेहतर सुविधायें मिलेंगी.
अक्टूबर महीने से शुरू होनेवाले त्योहारी मौसम में ज्यादा-से-ज्यादा यात्रियों को लुभाने के लिए रेलवे ने स्वर्ण परियोजना के तहत तीन महीने का कार्यक्रम शुरू किया है. इसमें कोच के अंदरूनी हिस्से को आकर्षक बनाने, शौचालय व्यवस्था में सुधार और कोचों की सफाई पर ध्यान दिया जा रहा है.
दरअसल, इन ट्रेनों में कैटरिंग, लेटलतीफी, शौचालय की गंदगी समेत कई तरह की शिकायतें मिलती रही हैं. रेलवे मिनिस्ट्री के एक अधिकारी ने कहा है कि इन प्रीमियर ट्रेनों में दी जाने वाली सुविधाओं को बेहतर करने का फैसला किया गया है और इसी के चलते तीन महीनों की डेडलाइन के साथ ‘प्रोजेक्ट स्वर्ण’ को लॉन्च किया गया है. पिछले कुछ समय से इन ट्रेनों में केटरिंग, समय-पाबंदी और टॉयलेट साफ-सफाई को लेकर काफी शिकायतें सामने आईं हैं और माना जा रहा है इसी के चलते रेलवे द्वारा ये कदम उठाया गया है.
भारतीय रेल राजधानी और शताब्दी ट्रेनों का कायाकल्प करने की योजना पर तेजी से काम कर रहा है. इस अक्टूबर से ट्रेनों में कैटरिंग के लिए ट्रोली सर्विस, यूनिफॉर्म में विनम्र स्टाफ और यात्रा के दौरान मनोरंजन, ये सब कुछ देखने को मिलेगा. रेल यात्रा को मनोरंजक और आरामदायक बनाने के लिए रेलवे 30 प्रीमियर ट्रेनों का हुलिया बदलने जा रहा है.
प्रोजेक्ट स्वर्ण के अंतर्गत ट्रेन के सिक्योरिटी सिस्टम को भी मजबूत किया जाएगा. मुंबई, हावड़ा, पटना, रांची और भुवनेश्वर रूट के लिए चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों को सर्विस अपग्रेडेशन के लिए चुना गया है. वहीं हावड़ा-पुरी, नई दिल्ली-चंडीगढ़, नई दिल्ली-कानपुर, हावड़ा-रांची, अानंद विहार-काठगोदाम रूट पर चलने वाली 15 शताब्दी ट्रेनों को मेकओवर के लिए चुना गया है.
ट्रेन कोच के इंटीरियर में बदलाव किया जाएगा. सफाई का भी खासतौर से ध्यान रखा जाएगा. कैटरिंग के लिए ट्रॉली की सर्विस की व्यवस्था की जाएगी. यूनिफॉर्म पहने स्टाफ विनम्रतापूर्वक व्यवहार करते नजर आएंगे. यात्रियों के मनोरंजन संबंधी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.