सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
केरल के सबरीमला मंदिर के कपाट को खुले आज तीन दिन हो गए हैं, लेकिन अब तक मंदिर में महिलाओं का प्रवेश नहीं हो पाया है, पिछले तीन दिनों से ही हिंदू संगठनों द्वारा मंदिर में महिलाओं को प्रवेश करने से रोका जा रहा है।
आज भी मंदिर के बाहर नारेबाजी और हंगामा हो रहा है, भारी सुरक्षा के बीच पुलिस हेलमेट पहनाकर दो महिलाओं को मंदिर की तरफ ले जा रही थी, उन्हें रोकने के लिए प्रदर्शनकारी नारेबाजी और हंगामा कर रहे थे।
भारी विरोध के बाद दोनों महिलाओं को आधे रास्ते से वापस लौटा दिया गया, प्रदर्शनकारी महिला पत्रकारों को मंदिर की ओर बढ़ने से रोक रहे थे, इस बीच कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया गया।
मंदिर के मुख्य पुजारी ने इस बात की धमकी दी कि अगर महिलाएं मंदिर के अंदर आईं तो वह मंदिर बंद कर देंगे, जिसके बाद पुलिस ने भी दोनों महिलाओं को वापस जाने को कह दिया।
भगवान अयप्पा मंदिर के पांच दिनी तीर्थयात्रा के दूसरे दिन गुरुवार को भी केरल में तनाव बना रहा, राज्य में कथित तौर पर पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर हमले के खिलाफ बंद रखा गया है।
एक तरफ राज्य सरकार सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का पालन कराने का प्रयास कर रही है, तो दूसरी ओर हिंदूवादी संगठनों ने परंपरा की दुहाई देते हुए महिलाओं से मंदिर में प्रवेश नहीं करने का आग्रह किया है।
सबरीमाला के पुजारी परिवार के एक वरिष्ठ सदस्य ने 10 से 50 साल आयुवर्ग की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश पर रोक की परंपरा का सम्मान करने व महिलाओं से अयप्पा के मंदिर में न जाने का आग्रह किया, महिलाओं के प्रवेश पर रोक इसलिए है कि माना जाता है कि अयप्पा ‘ब्रह्मचारी’ थे।