सौम्या केसरवानी । Navpravah.com
दिल्ली में प्रदूषण की निगरानी और रोकथाम करने वाले प्राधिकरण EPCA ने तत्काल आवश्यक कदम उठाने पर जोर दिया है और प्रदूषण के जहर को लेकर विशेषज्ञों ने चिंता जताई है।
पर्यावरणीय प्रदूषण प्राधिकरण ने दिल्ली के प्रदूषण को Severe की श्रेणी में रखा है, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण की स्थिति पर नजर रखने के लिए केंद्र सरकार ने EPCA का गठन किया गया था।
EPCA ने साथ ही आगाह किया है कि आने वाले दिनों में प्रदूषण की स्थिति और बिगड़ सकती है, ऐसी नौबत आने पर इमरजेंसी की स्थिति में उठाए जाने वाले कदमों को लागू करने की जरूरत पड़ सकती है।
आने वाले दिनों में दिल्ली में जरूरी खाद्य सामग्रियों को छोड़कर बाकी किसी भी चीज की ट्रकों से आवाजाही पर रोक लगाई जाए, प्राइवेट वाहनों के लिए ऑड-इवन के फॉर्मूले को फिर लागू किया जाए। EPCA के नियमों के मुताबिक इमरजेंसी वाली स्थिति तब मानी जाती है जब हवा में 2.5 पार्टिकुलेट मैटर 300 से ऊपर पहुंच जाए और स्थिति 48 घंटे तक ऐसी ही बनी रहे, और मंगलवार को दिल्ली के कई इलाकों में पार्टिकुलेट मैटर 425 से था, जिसे इमरजेंसी वाली स्थिति कहा जा सकता है।
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मुताबिक दिल्ली और आसपास के इलाकों में प्रदूषण के खतरनाक स्तर तक पहुंच जाने की वजह यह है कि ग्राउंड लेवल पर हवा बिल्कुल भी नहीं बह रही है। वहीं पंजाब में फसल जलाए जाने की वजह से आने वाले प्रदूषण के कण पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आने वाले हवा की नमी के साथ मिलकर दिल्ली के आसमान के ऊपर ठहर गए हैं।