दरअसल रविवार को बसपा के ट्वीटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया था, जिसमें विपक्षी एकता के नाम पर मायावती, अखिलेश यादव, लालू यादव, शरद यादव और सोनिया गांधी को एक पोस्टर में दिखाया गया था। इस ट्वीट के बाद बसपा की ओर से एक प्रेस रिलीज जारी किया गया, जिसमें यह बताया गया कि यह ट्वीट बसपा का नहीं है। इस प्रेसनोट में कहा गया है कि बसपा का कोई अधिकारिक ट्वीटर हैंडिल है ही नहीं। वैसे भी बसपा अपनी बातों को विस्तार से और हिंदी में जारी करती है, विस्तार से कहने की सुविधा ट्वीटर पर उपलब्ध नहीं है।
प्रेसनोट में मायावती के हवाले से कहा गया है कि यह मामला बिलकुल गलत और शरारत से परिपूर्ण नजर आता है। बसपा हमेशा ‘सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय’ की बात करती है, जबकि ट्वीट में ‘बहुजन हिताय और बहुजन सुखाय’ की बात कही गयी है। इस प्रेसनोट से पहले बसपा के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता सतीशचंद्र मिश्रा ने भी कहा था कि बसपा का कोई आधिकारिक ट्वीटर हैंडिल नहीं है और यह ट्वीट बसपा का नहीं है।