सौम्या केसरवानी । Navpravah.com
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए एक साक्षात्कार में कहा कि अच्छे दिन सिर्फ सरकारी विज्ञापनों में ही दिखाई दे रहे हैं, बाकी सिर्फ आनंद ही आनंद है।
उद्धव ठाकरे ने जीएसटी की आलोचना करते हुए कहा कि जिस तरह से चीजें हो रही हैं वो सब गड़बड़ है, इसे देखते हुए शांत रहना मुश्किल है। उद्धव ने कहा फिलहाल समझदारी इसी में है कि जो हो रहा है उसे शांति से देखते रहो, लेकिन शिवसेना प्रमुख की विरासत चलानी हो तो शांत रहना हमारे खून में नहीं है, जो कुछ हो रहा है उसे सिर्फ देखते रहना भी हमसे नहीं होगा।
ठाकरे ने जीएसटी के बहाने ही मोदी सरकार पर सत्ता के केंद्रीयकरण का आरोप लगाया, उद्धव ने कहा कि विरोध करने के पीछे एक ही उद्देश्य है कि हमारे यहां सबका केंद्रीयकरण करना है या विकेंद्रीयकरण करना है? अगर जिसकी लाठी उसकी भैंस ही राज करने का तरीका है तो राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने पंचायती राज को निचले स्तर तक पहुंचाया था। आज मोदी प्रधानमंत्री हैं और उस स्वायत्तता को खत्म कर सब कुछ केंद्र के हाथ में रखने का काम शुरू है।
जीएसटी के साथ नोटबंदी पर भी उद्धव ठाकरे ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चार महीने में 15 लाख लोग बेरोजगार हो गए हैं, नौकरियां छूट गईं, जिन 15 लाख लोगों ने नौकरी गंवाई उनकी दाल-रोटी की व्यवस्था है क्या?
तमाम मुद्दों पर सरकार की आलोचना के बीच उद्धव ने साफ किया कि इन बातों के लिए उन्हें सरकार विरोधी नहीं समझा जाना चाहिए, मुझे एक बात साफ करनी है कि जब मैं या शिवसेना कुछ बोलती है तो उस समय हमें सरकार विरोधी समझा जाता है, जबकि मैं जनता के साथ हूं।
साझात्कार में उद्धव ने सिक्किम बॉर्डर पर चीन के साथ चल रहे तनावों पर भी चिंता जाहिर की और संवेदना जताई।