शिखा पांडेय,
आज से शुरू हो रहे जाट आंदोलन के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। जींद में जाटों का धरना प्रदर्शन शुरू हो चुका है। आंदोलन को देखते हुए जगह-जगह रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती की गई है। वहीं रोहतक के उपायुक्त ने बताया कि 6 संगठनों ने बातचीत के बाद आंदोलन वापस ले लिया है और यहां हालात सामान्य बने हुए हैं। जाट आंदोलन को लेकर गुड़गांव के इफको चौक पर पुलिस को अलर्ट रहने को कहा गया है।
हरियाणा में जाट आंदोलन को लेकर भारी संख्या में अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं। बहादुरगढ़ के डीएसपी धीरज कुमार ने बताया कि अगर कोई कानून और शांति व्यवस्था भंग करने का प्रयास करता पाया गया तो उसके खिलाफ तुरंत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यहां जाट आंदोलन को लेकर हाई अलर्ट घोषित किया गया है और 8 जिलों में धारा 144 लागू है।
सोनीपत में ‘नो इंटरनेट’-
सोनीपत में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। आज रविवार से शुरू हो रहे जाट आंदोलन के चलते शनिवार शाम से ही सोनीपत में इंटरनेट सर्विस और बल्क मैसेज पर बैन लगा दिया गया ताकि अफवाहें या गलत जानकारी लोगों तक न पहुँचे। पिछली बार के हिंसा प्रभावित जिलों में धारा 144 लागू है। 9 जिलों में पैरामिलिट्री फोर्स की 41 कंपनियां सुरक्षा में तैनात की गई हैं। आंदोलन को देखते हुए पुलिसकर्मियों की छुट्टियाँ रद्द कर दी गई हैं।
रोहतक के उपायुक्त अतुल कुमार ने कहा कि सेक्टर छह स्थित मैदान को धरने के लिए तय किया गया है और सभी राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्ग, रेल पटरियों एवं स्टेशनों तथा जिले में सम्पर्क सड़कों के 500 मीटर के भीतर पांच व्यक्तियों से अधिक के एकत्रित होने पर रोक लगाई गई है।
उन्होंने कहा कि गांव जसिया में कान्ही चौक के पास टेंट लगाने के लिए रिथल के पूर्व सरपंच उमेद सिंह, जसिया निवासी सोमवीर सिंह, देव कालोनी के अशोक बलहारा और रोहतक के विजयदीप को नोटिस जारी किए गए हैं। टेंट लगाने के लिए प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई थी। इन लोगों को तत्काल टेंट हटाने का निर्देश दिया गया है और उनसे दो दिनों के भीतर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है।