सौम्या केसरवानी। Navpravah.com
ओखी चक्रवात के कारण केरल और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में भारी बारिश जारी है। यहां अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है और आम जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है।
तेज हवाओं और लगातार बारिश की वजह से चेन्नई में हालात और बिगड़ने की आशंका है। इसके मद्देनजर चेन्नई के स्कूल बंद रखे गए हैं। केरल और तमिलनाडु के कई इलाकों में बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है। अब तक 200 से ज्यादा मछुआरों को सुरक्षित निकाला गया है। आपदा प्रबंधन बल जहाँ राहत कार्यों में लगे हैं, वहीं गृह मंत्रालय भी हालात पर नज़र बनाए हुए है। वायु सेना, तटरक्षक बल और नौसेना भी लोगों को हर मुमकिन सहायता पहुंचाने के लिए तैयार है।
इस तूफान के आज लक्षद्वीप पहुंचने की संभावना है। इस बीच कन्याकुमारी, तूतिकोरिन और रामनाथपुरम समेत राज्य के तटीय इलाकों में अगले 24 घंटे तक मछुआरों को समंदर में नहीं जाने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने ये भी कहा है कि कोयंबटूर, पुड्डुचेरी और चेन्नई में भी तेज बारिश हो सकती है।
ओखी तूफान से तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों में ज्यादा नुकसान हुआ है। आंधी की चपेट में आने से कई पेड़, इलेक्ट्रिक पोल धारासाई हो गए और कुछ इमारतों को भी नुकसान हुआ है। राज्य सरकार ने तत्परता दिखाते हुए 16 रिहैबिलटेशन सेंटर भी बनाए हैं जिनमें 1044 लोग मौजूद हैं।
चक्रवात के प्रभाव को देखते हुए गृह मंत्रालय भी पूरी तरह से सक्रिय है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने एनडीआरएफ के महानिदेशक संजय कुमार से बात की है। साथ ही उन्हें दिशा निर्देश दिये हैं कि लोगों की सुरक्षा को लेकर एनडीआरएफ तेजी के साथ काम करे।