सौम्या केसरवानी
केंद्र सरकार द्वारा 500 व 1000 रुपये के पुराने नोटों पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध लगाने के बाद देश के कई विभागों पर इसका असर पड़ता नज़र आ रहा है और अब इस श्रेणी में भारत का पर्यटन भी आ गया है। पुराने नोटों को बैन किए जाने के फैसले के बाद देश के पर्यटन पर काफी असर पड़ा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक ओडिशा में मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में कमी आई है।
नोटबंदी के बाद जगन्नाथ और पुरी जैसे प्रसिद्ध मंदिरों में आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट हुई है। बताया जा रहा है कि मंदिर में महाप्रसाद देने वाले रसोइये पुराने नोट स्वीकार नहीं कर रहे हैं, जिसके कारण मंदिर की कमाई पर काफी असर पड़ रहा है।
गौरतलब है कि इस मंदिर में नियमित रूप से 600 से लेकर 700 किलोग्राम महाप्रसाद बनाया जाता है,
जिसका सेवन रोजाना करीब 50,000 श्रद्धालु करते हैं। इस महाप्रसाद से करीब 8 से 12 लाख रुपये तक का व्यापार होता रहा है।
मंदिर के एक सेवक के अनुसार केंद्र सरकार के आदेश के बाद 500 और 1000 के नोट मंदिर में स्वीकार नहीं हो रहे हैं। हालांकि श्रधालुओं द्वारा दिए गये 500 और 1000 रुपये के नोटों को मना नहीं किया जा सकता। ऐसा इसलिए क्योंकि मंदिर एक धार्मिक स्थल है और यहाँ श्रधालुओं को मना नहीं किया जा सकता।