ShikhaPandey@Navpravah.com
वर्ष 2015 की आखिरी “मन की बात” में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी देशवासियों को क्रिसमस व नववर्ष की शुभकामना देते हुए कामना की कि वर्ष 2016 सभी के लिए मंगलमय हो और भारत ही नहीं पूरा विश्व आतंकवाद ,प्राकृतिक आपदाओं,ग्लोबल वार्मिंग इत्यादि से मुक्त हो।
प्रधानमंत्री ने स्वच्छता अभियान को लगातार सफल बनाने के लिए देशवासियों की प्रशंसा की और देशवासियों को जागरूक बनाने हेतु मीडिया के योगदान को सराहा।
मध्यप्रदेश सीहोर भोजपुरा के एक बुज़ुर्ग मजदूर दिलीप सिंह मालवीय का अभिनन्दन करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि दिलीप ने बिना कोई मजदूरी लिए अपने परिश्रम से भोजपुरा गाँव में 100 से अधिक शौचालय बनवाए।
प्रधानमंत्री ने बताया कि 1000 दिनों में देश भर में बिजली पहुँचने का संकल्प अपने प्रगति पथ पर निरंतर बढ़ रहा है और हर नए दिन किसी नए गाँव में बिजली पहुँचने की खबर सुन कर बेहद ख़ुशी मिलती है,क्योंकि अँधेरे में जी रहे लोगों के लिए बिजली मिलना अत्यंत उत्साह व बहुत बड़ी ख़ुशी का विषय है।उन्होंने मीडिया से अनुरोध किया कि वो इस प्रगति को जनता तक पहुंचाएं ताकि इस दिशा में काम कर रहे लोगों को भी संतुष्टि मिले कि उनकी मेहनत सफल हो रही है और जनता भी अपने हक़ को जाने ।
उन्होंने देशवासियों से अनुरोध किया कि वे नरेंद्र मोदी ऐप सर जुड़ें और अपने महत्त्वपूर्ण सुझाव इस ऐप द्वारा प्रधानमंत्री तक सीधे पहुंचाएं।
‘स्टार्ट अप इंडिया स्टैंड अप इंडिया’ मुहीम की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री बोले कि 16 जनवरी 2016 को सरकार इस मुहीम का पूरा एक्शन प्लान लांच करने वाली है।अधिक से अधिक नौजवान अपने इनोवेटिव सुझावों के साथ आगे आएं।सिर्फ IT ही नहीं मैन्युफैक्चरिंग, सर्विस सेक्टर, एग्रीकल्चर इत्यादि सभी क्षेत्रों में युवाओं को अवसर प्रदान करने के लिए इस प्रोग्राम को लांच किया जा रहा है।देश के सभी IIT,IIM,NIIT व सेंट्रल यूनिवर्सिटीज़ को इस कार्यक्रम से लाइव जोड़ा जायेगा।
12 जनवरी को विवेकानंद जयंती के अवसर पर छत्तीसगढ़ के राय पुरमें मनाये जा रहे युथ फेस्टिवल के लिए भी उन्होंने युवाओं से नए सुझाव मांगे जिसकी इस वर्ष की थीम है युथ ऑफ़ स्किल डेवलपमेंट एंड हारमनी।
अहमदाबाद के विजुअली चैलेंज्ड टीचर दिलीप चौहान के एक्सेसिबल इंडिया कैंपेन का ज़िक्र करते हुए मोदी बोले कि समाज ने समय समय पर ऐसे लोगों के लिए नए नए शब्दों का प्रयोग किया है,हैंडीकैप्ड,डिसेबल्ड,स्पेशली एबल,विकलांग इत्यादि ।परंतु यदि गौर करें तो ईश्वर ने इन लोगों को कुछ खास शक्ति भी दी होती है जो आम लोगों में नहीं होती।इसलिए इन्हें ‘विकलांग’कहने की बजाय हम क्यों न इन्हें ‘दिव्यांग’ कह कर संबोधित करें?उन्होंने देशवासियों से अनुरोध किया कि सुगम्य भारत अभियान को व्यापक बनाते हुए हम इन दिव्यांग लोगों के जीवन को सुगम बनाने का संकल्प लें।
प्रधानमंत्री ने बताया कि आज ‘पहल’ अभियान के कारण करोड़ों रुपये बिना किसी बिचौलिए के सीधा गैस उपभोक्ताओं के अकाउंट में पहुँच रहे हैं और भारत की इस सबसे बड़ी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रान्सफर स्कीम को गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज़ किया गया है।
गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री ने जनता से अपील की कि छोटे बड़े सभी विद्यालय, महाविद्यालय,गांव,शहर,’कर्त्तव्