नारायण सिंह देहरादून
उत्तराखंड में चारधाम समेत चोटियों पर बर्फबारी और निचले इलाकों में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम वर्षा के चलते ठंडक लौट आई है। कुछेक स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई। पहाड़ में तो ठिठुरन जैसी स्थिति है। बदरीनाथ हाईवे पर पीपलकोटी जोशीमठ के बीच पाताल गंगा में मलबा आने से सड़क बंद हो गई थी, जिससे खोल दिया गया है।
बीते रोज खराब मौसम के कारण हेलीकाप्टर से कर्णप्रयाग जा रहे मुख्यमंत्री हरीश रावत भी आधे रास्ते से वापस लौट आए। उधर, मौसम विभाग के अनुसार आज भी सूबे में मौसम का यही रंग नुमायां हो सकता है। कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश तो 3500 मीटर और इससे अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ गिरने की संभावना है।
विभाग ने चेतावनी भी जारी की है कि आज सुबह अगले 12 घंटों तक राज्य में कहीं-कहीं ओलावृष्टि और झक्कड़ के आसार हैं। मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही साबित हुआ। बीती 11 मार्च की रात से ही उत्तराखंड के अधिकतर इलाकों में बूंदाबांदी के साथ ही तेज हवाएं चलीं। इससे कई क्षेत्रों में पेड़ उखड़ गए और बिजली गुल हो गई। बीते रोज सुबह भी मौसम के मिजाज में कोई बदलाव नहीं हुआ।
पहाड़ से लेकर मैदान तक झमाझम मेघ बरसे। वहीं, आज बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के अलावा हेमकुंड, द्यारा बुग्याल, डोडीताल, गोरसों, नंदा देवी, नीलकंठ कामेट, तुंगनाथ, मदमहेश्वर तथा कुमाऊं के मुनस्यारी की ऊंची चोटियों ने बर्फ की चादर ओढ़ ली। मौसम में आई तब्दीली से पारा लुढ़क गया और लोगों को तपिश से राहत मिली।